महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद अब आगे क्या होगा?
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का गुरुवार को निधन हो गया। वो पिछले कई महीनों से बीमार थीं और उन्होंने स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कासल में अंतिम सांस ली। वो पिछले काफी समय से बीमार चल रही थीं और उन्हें चिकित्सकीय देखरेख में रखा गया था। 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' के तहत अब उनका शव स्कॉटलैंड से लंदन लाया जाएगा और 10 दिनों बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। आइये जानते हैं कि महारानी के निधन के बाद अब आगे क्या होगा।
क्या है ऑपरेशन लंदन ब्रिज?
पिछले कुछ समय से महारानी के उत्तराधिकार की व्यवस्था की जा रही है। महारानी के निवास स्थान बकिंघम पैलेस में इस योजना को 'ऑपरेशन लंदन ब्रिज' के नाम से जाना जा रहा है और इसमें महारानी के उत्तराधिकार से लेकर अंतिम संस्कार तक के कार्यक्रम शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, लंदन के अधिकारी प्रधानमंत्री लिज ट्रस को फोन कर महारानी की मौत की जानकारी देंगे और वो 'लंदन ब्रिज इज डाउन' शब्द बोलेंगी। इससे ऑपरेशन लंदन ब्रिज शुरू हो जाएगा।
महारानी के सबसे बड़े बेटे बने महाराजा
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की मौत के तुरंत बाद उनके सबसे बड़े बेटे प्रिंस चार्ल्स महाराजा बन गए हैं और उन्हें महाराजा चार्ल्स तृतीय के नाम से जाना जाएगा। वो आज प्रधानमंत्री लिज ट्रस की मौजूदगी में देश के संबोधित कर सकते हैं।
10 दिन बाद होगा महारानी का अंतिम संस्कार
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार 10 दिनों बाद होगा और इससे पहले उनके पार्थिव शरीर को लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। इन 10 दिनों के दौरान ब्रिटेन में राजकीय शोक घोषित रहेगा। 30 मार्च, 2002 को जब क्वीन मदर का निधन हुआ था, तब करीब दो लाख लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी थी। माना जा रहा है कि एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने वाले लोगों की संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
10 दिनों में क्या-क्या होगा?
महारानी के निधन के तुरंत बाद प्रिंस चार्ल्स का राज्याभिषेक होगा और वो देश को संबोधित करेंगे। निधन के दूसरे दिन महारानी के शव को शाही ट्रेन से स्कॉटलैंड से लंदन लाया जाएगा। यहां प्रधानमंत्री और उनके मंत्री मौजूद रहेंगे।
तीसरे से पांचवें दिन क्या-क्या होगा?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महारानी के निधन के तीसरे दिन महाराजा चार्ल्स वेस्टमिंस्टर हाल में श्रद्धांजलि प्रस्ताव स्वीकार करेंगे और फिर नए महाराजा के तौर पर यूनाइटेड किंगडम (UK) का अपना दौरा शुरू करेंगे। अपने दौरे पर जब वो उत्तरी आयरलैंड पहुंचेंगे तो यहां सेंट ऐनीस कैथेड्रल में एक कार्यक्रम में शिरकत करेंगे। इस बीच महारानी के शव को बकिंघम पैलेस से पैलेस ऑफ वेस्टमिंस्टर ले जाने के लिए रिहर्सल होगी, जिसे ऑपरेशन लॉयन के नाम से जाना जाएगा।
छठे से नौंवें दिन के बीच ये रहेंगे कार्यक्रम
महारानी के शव को बकिंघम पैलेस से वेस्टमिंस्टर हाल ले जाया जाएगा, जहां इसे लोगों के अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। यहां रोजाना 23 घंटों तक लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकेंगे। महत्वपूर्ण व्यक्तियों को टिकट के जरिये टाइम स्लॉट आवंटित किए जाएंगे। यह पूरा कार्यक्रम ऑपरेशन फीदर नाम से होगा। इसके बाद महाराजा चार्ल्स वेल्स पहुंचेंगे और एक बार फिर वो महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के निधन के बाद श्रद्धांजलि प्रस्ताव ग्रहण करेंगे।
विंडसर कैसल में होगा महारानी का अंतिम संस्कार
नौंवे दिन कार्डिफ के लियानडैफ कैथेड्रल में एक कार्यक्रम होगा, जिसमें महाराजा चार्ल्स शिरकत करेंगे। अगले दिन पूरे राजशाही सम्मान के साथ महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का अंतिम संस्कार किया जाएगा। जानकारी मिल रही है कि विंडर कैसल के सेंट जॉर्ज चैपल में महारानी को दफनाया जाएगा। यहीं उनके माता-पिता किंग जॉर्ज पंचम और क्वीन एलिजाबेथ को दफनाया गया था। इन कार्यक्रमों में कई देशों के शीर्ष नेताओं और अधिकारियों के भाग लेने की उम्मीद है।