कम हो रही व्लादिमीर पुतिन की आंखों की रोशनी, जिंदगी के भी बचे 3 साल- रिपोर्ट
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को तीन महीने से अधिक समय हो गया है, लेकिन रूसी सेना को अभी तक सफलता नहीं मिली है।
इस बीच रूस के एक खुफिया अधिकारी ने दावा किया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की हालत बिगड़ रही है। उनके पास जीने के लिए तीन साल बचे हैं। कैंसर के कारण उनकी आंखों की रोशनी भी कम हो रही है।
हालांकि, रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने दावों को खारिज किया है।
दावा
रूसी संघीय सुरक्षा सेवा के अधिकारी ने किया दावा
इंडिपेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार, रूसी संघीय सुरक्षा सेवा (FSB) के अधिकारी ने ब्रिटेन निवासी पूर्व रूसी जासूस बोरिस कार्पिचकोव से कहा कि कैंसर से 69 वर्षीय पूतिन की हालत बेहद खराब हो गई है। डॉक्टरों ने उन्हें जीने के लिए तीन साल का समय दिया है। इसी तरह उनकी आंखों की रोशनी भी लगातार कम हो रही है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सिरदर्द की समस्या से भी जूझ रहे हैं और उनकी विशेष निगरानी की जा रही है।
हालत
पढ़ने के लिए दिए जा रहे हैं बड़े अक्षर वाले लेख- FSB अधिकारी
FSB अधिकारी ने दावा किया कि पुतिन टीवी पर आते हैं तो उन्हें कागज पर लिखे बड़े अक्षरों की जरूरत होती है, ताकि वह पढ़ सकें कि वह क्या कहने जा रहे हैं। वो शब्द इतने बड़े होते हैं कि सभी पेज पर केवल कुछ वाक्य ही होते हैं।
उन्होंने कहा कि पुतिन की आंखों की रोशनी भी बहुत कम हो रही है।
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, पुतिन के शरीर के अंग अब अनियंत्रित रूप से कांपते रहते हैं।
जानकारी
विदेश मंत्री लावरोव ने किया खंडन
इधर, रूसी विदेश मंत्री लावरोव ने पुतिन के बीमार होने की दावों का खंडन करते हुए कहा कि ऐसे कोई संकेत नहीं है जो किसी बिमारी की ओर इशारा करते हैं। पुतिन अक्टूबर में 70 वर्ष के होंगे और वह पूरी तरह से स्वस्थ हैं।
अन्य
पिछले दिनों आई थी पुतिन के ऑपरेशन की खबरें
इसी महीने के मध्य में ऐसी खबरें भी आई थीं कि पुतिन को अपने पेट से फ्लुइड निकलवाने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी थी। बिना किसी परेशानी के उनका ऑपरेशन कर दिया गया था।
इसी तरह 15 मई को राष्ट्रपति के करीबी संबंधों वाले अधिकारी ने कहा था कि पुतिन ब्लड कैंसर से जूझ रहे हैं और उनकी हालत बहुत नाजुक है। यूक्रेन पर हमले का आदेश देने से कुछ समय पहले उन्होंने अपनी पीठ की सर्जरी भी कराई थी।
आशंका
पुतिन के सत्ता सौंपने की भी जताई गई थी आशंका
बता दें मई की शुरुआत में एक रिपोर्ट में पुतिन के आंतों के कैंसर और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी से जूझने का दावा किया था।
उस दौरान कहा गया था कि डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी है और ऑपरेशन के बाद रिकवरी के लिए कुछ समय के लिए काम से दूर रहना होगा।
ऐसे में उनके देश की सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पात्रुशेव को अस्थायी रूप से सत्ता सौंपने की आशंका है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
हालात
रूस-यूक्रेन युद्ध की क्या है स्थिति?
बता दें कि रूस ने इस समय अपना पूरा ध्यान यूक्रेन के पूर्वी हिस्से पर लगा दिया है। रूसी सेना ने इस हिस्से को घेर लिया है और लगातार हमले कर रही है। हमलों में घायल होने वाले लोगों को विशेष ट्रेनों के जरिए पश्चिमी हिस्सों वाले अस्पतालों में पहुंचाया जा रहा है।
मेडिसीन सैन्य फ्रंटीयर (डॉक्टर विदआउट बॉर्डर) के जरिए इस ट्रेन का संचालन हो रहा है। ट्रेन से अब तक करीब 600 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है।