कैंसर के ऑपरेशन के लिए अस्थायी रूप से सत्ता सौंप सकते हैं व्लादिमीर पुतिन- रिपोर्ट
क्या है खबर?
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को दो महीने से अधिक समय हो गया है। इसी बीच खबर आई है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आंतों के कैंसर और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। डॉक्टरों ने उन्हें तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी है।
कई मीडिया रिपोर्टों में दावा किया गया है कि पुतिन जल्द ही ऑपरेशन के लिए देश की सुरक्षा परिषद के सचिव निकोलाई पात्रुशेव को अस्थायी रूप से सत्ता सौंप सकते हैं।
दावा
पुतिन को ऑपरेशन के बाद पड़ेगी काम से दूर रहने की जरूरत
न्यूयॉर्क पोस्ट ने एक पूर्व रूसी विदेश खुफिया सेवा के लेफ्टिनेंट जनरल द्वारा चलाए जा रहे टेलीग्राम चैनल के हवाले से लिखा कि डॉक्टरों ने पुतिन को कैंसर और पार्किंसन के उपचार के लिए ऑपरेशन की सलाह दी है। ऐसे में ऑपरेशन के बाद रिकवरी के लिए पुतिन को कुछ समय के लिए काम से दूर रहना होगा।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीमारी के कारण हर दिन के साथ पुतिन की हालत बिगड़ती जा रही है।
जानकारी
दवाइयां खाने से महसूस होने लगी है कमजोरी
एक अन्य रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर जो दवाइयां पुतिन को दे रहे है, उससे उन्हें चक्कर और कमजोरी जैसी परेशानियां होने लगी हैं। अब उस डॉक्टर को उपचार प्रक्रिया से हटा दिया गया है। पुतिन को थारॉइड कैंसर का भी खतरा बताया जा रहा है।
खारिज
अमेरिकी अधिकारी ने किया दावे को खारिज
बता दें कि पिछले कुछ समय से पुतिन के कैंसर और पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारियों से जूझने की खबरें चल रही है। इसके कारण ही युद्ध के बीच उनका व्यवहार उग्र हो रहा है।
हालांकि, एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि मीडिया रिपोर्टों को सत्यापित नहीं किया जा सकता है, क्योंकि पेंटागन के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने सोमवार को कहा था कि "मैंने ऐसा कुछ भी नहीं देखा है जो हमें इसकी पुष्टि करने में मदद कर सके।"
वार्ता
पुतिन के पात्रुशेव से वार्ता करने की भी है चर्चा
टेलीग्राम चैनल के अनुसार, पुतिन ने कथित तौर पर दो घंटे तक पात्रुशेव के साथ इस मुद्दे पर चर्चा भी की थी। सब जानते हैं कि पुतिन ने इस वार्ता से संकेत दिया है कि वह पात्रुशेव को अपना एकमात्र विश्वस्नीय और दोस्त मानते हैं।
इसके साथ ही पुतिन ने वादा किया है कि यदि उनकी सेहत बिगड़ जाए तो असल नियंत्रण अस्थाई तौर पर पात्रुशेव के हाथ में चला जाएगा। पुतिन का यह कदम असंवैधानिक माना जा रहा है।
आलोचना
टेलीग्राम चैनल पर की गई है पात्रुशेव की आलोचना
टेलीग्राम चैनल पर पात्रुशेव की आलोचना भी की गई है। चैनल पर दावा किया है कि पात्रुशेव पूरी तरह स्पष्ट खलनायक है। वह पुतिन से बेहतर नहीं हैं। इससे बढ़कर वो और भी अधिक चालाक हैं और कपटी हैं। यदि वह सत्ता में आते हैं तो रूस की दिक्कतें कई गुणा बढ़ जाएंगी।
हालांकि, पुतिन लंबे समय तक सत्ता सौंपने के पक्ष में नहीं है। ऐसे में पात्रुशेव को महज दो-तीन दिन के लिए ही नियंत्रण दिया जा सकता है।
आरोप
अमेरिका और यूरोप पर आरोप लगा चुके हैं पात्रुशेव
बता दें कि पात्रुशेव रूस की सुरक्षा परिषद के सचिव है। यह एक प्रभावशाली निकाय है जो सीधे पुतिन को रिपोर्ट करती है। परिषद की अधिकांश शक्ति पेट्रोशेव में निहित है। उन्हें व्यापक रूप से पुतिन के कट्टर सहयोगी के रूप में देखा जाता है।
पिछले सप्ताह एक सरकारी रूसी समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में पात्रुशेव ने अमेरिका और यूरोप पर यूक्रेन में नव-नाजी विचारधारा का समर्थन करने और संघर्ष को अंतिम यूक्रेनी तक खींचने का आरोप लगाया था।