डोनाल्ड ट्रंप के DOGE में काम नहीं करेंगे विवेक रामास्वामी, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टीम में शामिल भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी अब उनके साथ काम नहीं करेंगे। यह जानकारी व्हाइट हाउस ने दी।
विवेक को नवंबर 2024 में एलन मस्क के साथ सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) का नेतृत्व करने के लिए चुना गया था। हालांंकि, ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद रामास्वामी ने विभाग से अलग होने का फैसला किया।
विवेक ओहिया के गर्वनर का चुनाव लड़ सकते हैं, इसलिए उन्होंने अपने कदम पीछे खींचे हैं।
कारण
रामास्वामी ने क्या कहा?
व्हाइट हाउस ने बयान में कहा, "रामास्वामी ने DOGE बनाने में हमारी मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह जल्द ही निर्वाचित कार्यालय के चुनाव का इरादा रखते हैं, जिसके लिए उन्हें DOGE से बाहर रहना होगा। हम पिछले 2 महीनों में उनके योगदान के लिए उनका बहुत-बहुत धन्यवाद करते हैं। उम्मीद करते हैं कि वह अमेरिका को फिर से महान बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।"
रामास्वामी ने कहा कि वह ओहिया के बारे में अपनी योजनाओं का खुलासा करेंगे।
जानकारी
क्या है DOGE?
DOGE एक गैर-सरकारी टास्क फोर्स है, जो राष्ट्रपति को सलाह देगा। इसका काम संघीय कर्मचारियों को नौकरी से निकालना, कार्यक्रमों में कटौती करना और संघीय नियमों को कम करना है। यह ट्रंप के 'अमेरिका बचाओ' एजेंडे का हिस्सा है। इसका नेतृत्व मस्क कर रहे हैं।
पहचान
कौन हैं विवेक रामास्वामी?
रामास्वामी का जन्म अमेरिका के ओहियो प्रांत के सिनसिनाटी शहर में हुआ था और उनकी पढ़ाई हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से हुई है।
रामास्वामी अमेरिका में एक सफल बोयोटेक उद्यमी हैं और उन्होंने 2014 में 'रोइवेंट साइंसेज' की स्थापना की थी।
उन्होंने फरवरी 2024 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी के लिए रिपब्लिकन पार्टी से नामांकन मांगा था।
रामास्वामी संयुक्त राष्ट्र (UN) में अमेरिका की राजदूत रह चुकी निक्की हेली के बाद भारतीय मूल के दूसरे उम्मीदवार थे।