सीरिया में ISIS ठिकानों पर अमेरिका ने किया हमला, ट्रंप बोले- जोरदार बदला लिया जाएगा
क्या है खबर?
अमेरिका ने सीरिया में इस्लामिक स्टेट (ISIS) के दर्जनों ठिकानों पर हवाई हमले किए हैं। इसे 'ऑपरेशन हॉकआई' नाम दिया गया है। अमेरिका के रक्षा सचिव पीट हेगसेथ ने बताया कि अभियान के तहत किए गए हमलों में ISIS के लड़ाकों, बुनियादी ढांचे और हथियार स्थलों को निशाना बनाया गया है। उन्होंने चेतावनी दी कि आगे भी और कार्रवाई हो सकती है। हमले में निशाना बनाए गए ठिकानों और नुकसान की जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
हमला
अमेरिकी रक्षा सचिव ने दी ऑपरेशन की जानकारी
हेगसेथ ने कहा, "अमेरिकी सेना ने 13 दिसंबर को अमेरिकी सेना पर हुए हमले के जवाब में सीरिया में ISIS लड़ाकों, बुनियादी ढांचे और हथियार स्थलों को नष्ट करने के लिए ऑपरेशन हॉकआई शुरू किया है। जैसा कि हमने पहले कहा था अगर आप कहीं भी अमेरिकियों को निशाना बनाते हैं, तो आप अपने बचा हुआ जीवन यह चिंता करते हुए बिताएंगे कि अमेरिका आपका पीछा करेगा, आपको ढूंढ निकालेगा और बेरहमी से मार डालेगा।"
ठिकाने
ऑपरेशन में किन-किन विमानों का हुआ इस्तेमाल?
नाम न बताने की शर्त पर 2 अधिकारियों ने कहा कि इन हमलों में मध्य सीरिया में ISIS के दर्जनों ठिकानों को निशाना बनाया गया। एक अधिकारी ने एसोसिएटेड प्रेस से कहा, "इस ऑपरेशन में F-15 ईगल लड़ाकू विमान, A-10 थंडरबोल्ट हमलावर विमान और AH-64 अपाचे हेलीकॉप्टर शामिल थे।" अधिकारी ने बताया कि और भी हमले हो सकते हैं। वहीं, पेंटागन ने अभियान के बारे में जानकारी देने से इनकार कर दिया।
ट्रंप का बयान
ट्रंप बोले- अमेरिकियों पर हमले का जोरदार बदला लिया जाएगा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, 'हम सीरिया में ISIS के ठिकानों पर जोरदार हमला कर रहे हैं। यह जगह खून से लथपथ है और इसमें कई समस्याएं हैं, लेकिन अगर ISIS को खत्म कर दिया जाए तो इसका भविष्य उज्ज्वल है। सभी आतंकवादियों को चेतावनी दी जाती है कि अगर आप किसी भी तरह से अमेरिका पर हमला करते हैं या धमकी देते हैं, तो आप पर पहले से कहीं ज्यादा जोरदार हमला किया जाएगा।'
ISIS का हमला
ISIS के हमले में मारे गए थे 3 अमेरिकी नागरिक
13 दिसंबर को मध्य सीरिया के पल्मायरा में अमेरिका और सीरिया के सैनिकों पर एक हमलावर ने गोलीबारी की थी। इसमें सीरियाई सुरक्षा बलों के 2 जवान और कई अमेरिकी सैनिक घायल हो गए थे। बाद में 2 अमेरिकी सैनिक और एक दुभाषिए की मौत हो गई थी। सुरक्षाबलों ने हमलावर को भी मार गिराया था, जिसका संबंध ISIS से बताया गया था। तब ट्रंप ने बदला लेने की बात कही थी।