डोनाल्ड ट्रंप की हमास को अंतिम चेतावनी, कहा- बंधकों को रिहा करो वरना सब मारे जाओगे
क्या है खबर?
अमेरिका के नवनियुक्त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलीस्तीनी आतंकी समूह हमास को अंतिम चेतावनी देते हुए कहा कि बंधकों और शवों को तुरंत रिहा करो, वरना कोई भी जिंदा नहीं बचेगा।
ट्रंप की यह प्रतिक्रिया सोशल मीडिया ट्रुथ पर सामने आई, जो उन्होंने हमास समूह के साथ सीधी बातचीत के बाद व्यक्त की है।
व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि ट्रंप ने हमास से फोन पर बातचीत की थी। अब तक अमेरिका इससे बचता रहा है।
चेतावनी
ट्रंप ने हमास को क्या चेतावनी दी?
ट्रंप ने ट्रुथ पर लिखा, 'शालोम हमास, इसका मतलब है नमस्ते और अलविदा- आप चुन सकते हैं। सभी बंधकों को अभी रिहा करें और जिन लोगों की आपने हत्या की है, उनके शवों को तुरंत लौटा दें, अन्यथा आपके लिए सब कुछ खत्म हो जाएगा। केवल बीमार और विकृत लोग ही शवों को रखते हैं, और आप बीमार और विकृत हैं! मैं इजरायल को वह सब कुछ भेज रहा हूं जो उसे काम पूरा करने के लिए चाहिए।'
बयान
यह आपके लिए आखरी चेतावनी है- ट्रंप
ट्रंप ने आगे लिखा, 'अगर आप मेरे कहे अनुसार नहीं चलेंगे, तो हमास का एक भी सदस्य सुरक्षित नहीं रहेगा। मैं अभी आपके पूर्व बंधकों से मिला हूं, जिनकी जिंदगी आपने बर्बाद कर दी। यह आखिरी चेतावनी है! अब गाजा छोड़ने का समय है। गाजा के लोगों के लिए सुंदर भविष्य इंतजार कर रहा है। अगर आप बंधकों को रखते हैं तो आप मर चुके हैं! एक स्मार्ट निर्णय लें। बंधकों को रिहा करें या आपको बहुत कुछ भुगतना पड़ेगा!'
बातचीत
व्हाइट हाउस और हमास की सीधी बातचीत
बताया जा रहा है कि बंधक मामलों के लिए अमेरिका के विशेष दूत एडम बोहलर ने दोहा में हमास के साथ सीधी बातचीत की है।
BBC के अनुसार, व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने कहा कि हमास के साथ वार्ता से पहले इजरायल से परामर्श किया गया था।
सूत्र के अनुसार, वार्ता का ध्यान गाजा में अभी भी बंधक अमेरिकी नागरिकों की रिहाई पर केंद्रित था, लेकिन इसमें सभी शेष बंधकों को रिहा करने की बात शामिल थी।
युद्ध विराम
युद्ध विराम के अगले चरण पर नहीं हो पाई बातचीत
इजरायल और हमास के बीच 19 जनवरी, 2025 को गाजा युद्ध विराम अस्तित्व में आया, जिसके बाद 42 दिन के लिए युद्ध रोक दिया गया।
इस दौरान 33 इज़रायली बंधकों और 5 थाई लोगों को लगभग 2,000 फिलीस्तीनी कैदियों और बंदियों के बदले में रिहा किया गया और कुछ शव लौटाए गए।
आगे के युद्ध विराम के बारे में बातचीत चल रही है। हाल ही में काहिरा में भी बातचीत हुई थी, लेकिन कोई समझौता नहीं हो पाया है।