
पाकिस्तान में इजरायल विरोधी प्रदर्शन में 2 की मौत, इस्लामाबाद-रावलपिंडी में इंटरनेट बंद
क्या है खबर?
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इजरायल विरोधी प्रदर्शनकारी उग्र हो गए हैं। इन हिंसक प्रदर्शनों में अब तक 2 लोगों की मौत हो गई है। दरअसल, अति-दक्षिणपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के लाखों सदस्य गाजा में हुई हत्याओं के विरोध में इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास तक मार्च निकाल रहे हैं। इस दौरान उनकी पुलिस से झड़प हुई, जिसमें दर्जनों लोग घायल हुए और 2 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई।
प्रदर्शन
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए सड़कों पर कंटेनर तैनात
TLP ने 'लब्बैक या अक्सा मिलियन मार्च' का ऐलान किया है। इसे देखते हुए राजधानी इस्लामाबाद के प्रवेश और निकास मार्गों को सील किया गया है। सुरक्षा बलों ने राजधानी की ओर जाने वाली प्रमुख सड़कों पर कंटेनरों से बैरिकेडिंग कर दी है और मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं। इस्लामाबाद के बाहरी इलाके में हजारों TLP कार्यकर्ता डेरा डाले हुए हैं। यहां भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और होटलों को खाली कराया गया है।
हिंसा
कई शहरों में हिंसक झड़पें
लाहौर में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई है। यहां जब TLP समर्थकों को इस्लामाबाद की ओर बढ़ने से रोका गया तो हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, गाड़ियां फूंकीं और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। जवाब में पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और कई लोगों को हिरासत में लिया। पुलिस ने झड़प में एक प्रदर्शनकारी की मौत की पुष्टि की है, जबकि TLP का दावा है कि उसके 2 कार्यकर्ता मारे गए हैं।
पुलिस
झड़पों में पुलिसकर्मी भी घायल
पुलिस ने बताया कि झड़पों में 5 कांस्टेबल घायल हो गए हैं। एक अधिकारी ने कहा, "पुलिस ने TLP प्रमुख के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की तामील के लिए लाहौर स्थित TLP मुख्यालय पर छापा मारा, लेकिन वहां पुलिस पर ही हमला हो गया। TLP कार्यकर्ताओं ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया और लोहे की छड़ों से हमला किया।" वहीं, TLP ने कहा कि मार्च रोकने के लिए सरकार ने अपमानजनक हथकंडे अपनाए और कार्यकर्ताओं पर जुल्म बंद होना चाहिए।
वजह
क्यों सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी?
TLP ने फिलिस्तीनियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए इस मार्च का आह्वान किया है। समूह का आरोप है कि इस समझौते को पश्चिमी ताकतों खासकर अमेरिका का समर्थन हासिल है। प्रदर्शनकारी इस्लामाबाद के रेड जोन में स्थित अमेरिकी दूतावास के सामने विरोध प्रदर्शन करना चाहते हैं, वहीं रावलपिंडी, लाहौर और पंजाब में भी मार्च निकालने की घोषणा की है। TLP के प्रमुख साद हुसैन रिजवी की गिरफ्तारी के बाद कई इलाकों में प्रदर्शन हिंसक हो गए हैं।