पाकिस्तान: पूर्व प्रधानमंत्री इमरान के खिलाफ आतंकवाद की धारा के तहत केस दर्ज
पाकिस्तान पुलिस ने पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) के प्रमुख इमरान खान के खिलाफ आतंकवाद की धारा के तहत केस दर्ज किया है। इमरान के अलावा उनकी पार्टी PTI के कई वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी इस्लामाबाद हाई कोर्ट के परिसर में तोड़फोड़, सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने और अशांति पैदा करने के आरोप में केस दर्ज हुआ है। गौरतलब है कि तोशखाने मामले में आरोपी इमरान शनिवार को कोर्ट के सामने पेश हुए थे।
पुलिस ने 18 लोगों को किया गिरफ्तार
इस्लामाबाद पुलिस द्वारा दर्ज की गई FIR में PTI के कई वरिष्ठ नेताओं को नामजद किया गया है। FIR के मुताबिक, पार्टी कार्यकर्ताओं ने सुरक्षाबलों के साथ झड़प करने के साथ-साथ पुलिस चौकी और कोर्ट परिसर के मुख्य द्वार को भी नुकसान पहुंचाया था। वहीं पुलिस की 2 गाड़ियों और 7 मोटरसाइकिल को भी आग लगा दी गई थी। पुलिस ने आगजनी, पत्थरबाजी और कोर्ट की इमारत को तोड़ने के आरोप में 18 लोगों को गिरफ्तार भी किया है।
मामले में अब 30 मार्च को होगी सुनवाई
इमरान की पेशी के दौरान उनके समर्थकों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी, जिसमें करीब 25 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इसके बाद अतिरिक्त जिला और सत्र जज जफर इकबाल ने मामले में सुनवाई को 30 मार्च तक टाल दिया था।
PTI ने पुलिस पर लगाया इमरान के घर से चोरी करने का आरोप
PTI के वरिष्ठ नेता फवाद चौधरी ने कहा है कि उनकी पार्टी इमरान के घर में जबरन तरीके से घुसने को लेकर पुलिस के खिलाफ केस दर्ज करवाएगी। उन्होंने ट्वीट किया, 'पुलिस ने लाहौर हाई कोर्ट के फैसले का उल्लंघन करते हुए इमरान के घर में कार्रवाई की। पुलिसकमियों ने इमरान के घर से कई कीमती सामन भी चोरी कर लिए।' उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान में संवैधानिक संकट के कारण यह सब गतिविधियां की जा रही हैं।
इमरान के लाहौर स्थित घर में घुसी थी पुलिस
इमरान के इस्लामाबाद के लिए निकलने के कुछ घंटों बाद पुलिस लाहौर के जमान पार्क स्थित उनके घर में घुस गई थी। पुलिस ने घर के बाहर मौजूद कई PTI कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया था। इस दौरान इमरान की पत्नी बुशरा बेगम भी मौजूद थीं। इमरान ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए पाकिस्तान सरकार पर निशाना साधा था।
इमरान तोशखाना मामले में हैं आरोपी
बता दें कि पहले इमरान के खिलाफ तोशखाना मामले में गैर-जमानती वारंट जारी हुआ था। इमरान पर पाकिस्तान का प्रधानमंत्री रहने के दौरान विदेशी सरकारों से मिले बेशकीमती उपहारों में से कुछ को अपने पास रखने या बेचने का आरोप है। ये सभी उपहार पाकिस्तान सरकार की संपत्ति होते हैं, जिन्हें तोशखाने में रखा जाता है। इमरान ने अपने कार्यकाल के दौरान मिले उपहारों की जानकारी का खुलासा करने से भी मना कर दिया था।