LOADING...
अमेरिका में तेलंगाना के इंजीनियर का रूममेट से हुआ झगड़ा, पुलिस ने मार दी 4 गोलियां
अमेरिका में तेलंगाना के इंजीनियर की गोली मारकर हत्या

अमेरिका में तेलंगाना के इंजीनियर का रूममेट से हुआ झगड़ा, पुलिस ने मार दी 4 गोलियां

लेखन गजेंद्र
Sep 19, 2025
09:23 am

क्या है खबर?

अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के सांता क्लारा शहर में पुलिस ने एक भारतीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक की पहचान 32 वर्षीय मोहम्मद निजामुद्दीन के रूप में हुई है, जो तेलंगाना के महबूबनगर जिले का निवासी है। बताया जा रहा है कि छात्र को उसके रूममेट के साथ झगड़े के बाद पुलिस ने 4 गोली मारी है। घटना 3 सितंबर को घटी है, लेकिन परिवार को इसकी जानकारी 2 हफ्ते बाद हुई है।

घटना

क्या है पूरा मामला?

टाइम्स ऑफ इंडिया ने सांता क्लारा पुलिस (SCPD) के वेबसाइट के हवाले से बताया कि 3 सितंबर को सुबह 6 बजे पुलिस को घर के अंदर चाकू मारने की सूचना मिली थी। पुलिस को फोन करने वाले ने बताया कि एक संदिग्ध ने उसे चाकू मार दिया है, जिसके बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और उनकी निजामुद्दीन से मुलाकात हुई जो चाकू पकड़े था। उसने पुलिस को भी चाकू मारने की धमकी दी, जिसके बाद पुलिस ने गोली चलाई।

झगड़ा

निजामुद्दीन का अपने रूममेट से हुआ था झगड़ा

पुलिस प्रमुख कोरी मॉर्गन ने बताया कि निजामुद्दीन का अपने रूममेट से झगड़ा हुआ था, जो हिंसा में बदल गया। इसके बाद निजामुद्दीन ने रूममेट को चाकू मार दिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि गोलीबारी के बाद घायल को अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस का कहना है कि घटना में ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। घटनास्थल से 2 चाकू बरामद किए गए हैं। हालांकि, घटना से निजामुद्दीन का परिवार सदमे में है।

सूचना

परिवार को 18 सितंबर को मिली सूचना

निजामुद्दीन के पिता अमसुद्दीन एक सेवानिवृत्त शिक्षक हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें घटना की जानकारी 18 सितंबर को कर्नाटक के रायचूर में रहने वाले उनके बेटे के दोस्त से मिली थी, जो सांता क्लारा में ही रहता है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बेटे को कई फोन किए, जो बंद आ रहा था। इसके बाद उन्हें हत्या की जानकारी हुई। निजामुद्दीन को 4 गोलियां मारी गई हैं। उनका शव एक स्थानीय अस्पताल में औपचारिकता के इंतजार में रखा है।

अनुरोध

विदेश मंत्रालय से मदद की गुहार

निजामुद्दीन वर्ष 2016 में पढ़ाई के लिए फ्लोरिडा कॉलेज गए थे। पढ़ाई के बाद उन्होंने एक कंपनी में सॉफ्टवेयर प्रोफेशनल के तौर पर नौकरी शुरू की और बाद में पदोन्नति के बाद कैलिफोर्निया चले गए थे। निजामुद्दीन की मौत से परिवार टूट गया है। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से उनके बेटे के पार्थिव शरीर को महबूबनगर वापस लाने में मदद का अनुरोध किया है। मजलिस बचाओ तहरीक (MBT) के प्रवक्ता अमजद उल्लाह खान ने मंत्री को पत्र लिखा है।

ट्विटर पोस्ट

मृतक के पिता की अपील