तालिबान को प्रतिबंधित आतंकवादी सूची से हटाएगा रूस, 21 साल बाद दिखेगी नरमी
अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान को रूस प्रतिबंधित आतंकवादी सूची से हटा देगा। यह जानकारी रूस की सरकारी समाचार एजेंसी RIA नोवोस्ती ने दी। रूस के विदेश और न्याय मंत्रालय ने तालिबान को आतंकवादी सूची से हटाने का समर्थन करते हुए एक प्रस्ताव तैयार किया है, जिसे राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के पास भेजा गया है। रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि कजाकिस्तान ने भी हाल ही में यह निर्णय लिया है।
रूस और अफगानिस्तान के बीच कूटनीति को बढ़ावा मिलेगा
कजाकिस्तान ने तालिबान को 2023 के अंत में आतंकवादी सूची से बाहर कर दिया था। रूस वर्षों से तालिबान के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा देता रहा है। इस कदम से रूस और अफगानिस्तान के बीच कूटनीति को बढ़ावा मिलेगा, वहीं तालिबान ने रूस से तेल खरीदने की इच्छा जताई है। बता दें कि रूस ने तालिबान के प्रतिनिधियों को 5 से 8 जून तक होने वाले अपने प्रमुख सेंट पीटर्सबर्ग अंतरराष्ट्रीय आर्थिक फोरम में भी आमंत्रित किया है।
2003 में लगाया था प्रतिबंध
तालिबान 90 के दशक में अपनी स्थापना के बाद से अफगानिस्तान में कब्जा करने के लिए लड़ाई लड़ रहा था। बाद में तालिबान पर दुनिया के आतंकी संगठनों को पनाह देने का आरोप लगा था। इसके बाद रूस ने 2003 में तालिबान को आतंकी संगठन घोषित करते हुए प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, रूस कई वर्षों से तालिबान के साथ अपने संबंधों को बढ़ावा दे रहा था। तालिबान ने 2021 में अफगानिस्तान में अपना कब्जा जमा लिया था।