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नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रदर्शनकारियों को बुलाया, सेना ने शांति की अपील की
नेपाल में राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने भी इस्तीफा दे दिया है

नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने प्रदर्शनकारियों को बुलाया, सेना ने शांति की अपील की

संपादन गजेंद्र
Sep 09, 2025
06:50 pm

क्या है खबर?

नेपाल में सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के बाद शुरू हुआ Gen-Z का उग्र प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने सभी प्रदर्शनकारियों को वार्ता के लिए बुलाया है। राष्ट्रपति पैडोल ने पत्र जारी कर स्थिति को सुलझाने और देश में संपत्ति को अधिक नुकसान से बचाने के लिए सभी पक्षों से बातचीत की अपील की है। पहले कहा जा रहा था कि राष्ट्रपति पौडेल ने भी ओली के बाद इस्तीफा दे दिया है।

कमान

नेपाल में सेना ने संभाली कमान

नेपाल में राष्ट्रपति पौडेल के इस्तीफे के बाद अब सेना ने कमान संभाल ली है। सेना ने भैसपति स्थित मंत्रियों के आवासों से हेलीकॉप्टरों का इस्तेमाल करके उन्हें बाहर निकाला। यह कदम मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों के घरों पर आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं के बाद उठाया गया है। नेपाल के सेना प्रमुख (चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ) अशोक राज सिग्देल जल्द ही राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। इससे प्रदर्शन के शांत होने की उम्मीद की जा रही है।

अपील

नेपाली सेना ने क्या की अपील?

नेपाली सेना ने ओली के इस्तीफा देने के बाद पत्र जारी कर कहा, "नेपाली सेना आंदोलन का विश्लेषण कर रही है और शोक संतप्त परिवार के साथ है। सेना नेपाली जनता के जान-माल की सुरक्षा हेतु कटिबद्ध है। देश की सुरक्षा हम सभी की साझी जिम्मेदारी है। इसलिए सभी युवा जनशक्ति से अनुरोध है कि वे सामाजिक समरसता एवं राष्ट्रीय एकता बनाए रखते हुए संयम बरतें ताकि वर्तमान परिस्थिति और जटिल न हो।"

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अपील

काठमांडू के मेयर बालेन शाह ने की शांति की अपील 

राजधानी काठमांडू के मेयर बलेन शाह ने युवा आंदोलनकारियों से शांति की अपील की है। उन्होंने कहा, "अब देश आपके हाथ में है। आप लोग इसे संभाल लेंगे। चाहे कितना भी नुकसान हो, आप हमारे ही रहेंगे। अब घर वापस जाओ।" इधर, नेपाल में अंतरिम सरकार के गठन के लिए राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रमुख रबि लामिछाने और काठमांडू के मेयर बालेन शाह के बीच बातचीत शुरू हो गई है। जल्द ही सरकार पर कोई निर्णय लिया जाएगा।

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पत्र

'हामी नेपाल' संगठन ने पत्र जारी कर की तोड़फोड़ न करने की अपील

इधर, विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सूडान गुरुंग के गैर-सरकारी संगठन 'हामी नेपाल' ने युवाओं ने पत्र जारी किया है। इसमें लिखा, 'सरकार को घुटनों पर ला दिया गया है। हम अब प्रदर्शनकारियों से शांत रहने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान न पहुंचाने की अपील करते हैं। यह देश अब हमारे नेतृत्व में आ गया है। सार्वजनिक संपत्ति को कोई नुकसान न पहुंचाएं। पीएम ओली ने इस्तीफा दे दिया है। हम अपना सुरक्षित भविष्य वाला नेपाल बना सकते हैं।'

इस्तीफा

प्रधानमंत्री ओली ने इस्तीफे में क्या कहा था?

इससे पहले प्रधानमंत्री ओली ने राष्ट्रपति पौडेल को अपना इस्तीफा सौंपा था। उन्होंने इस्तीफे में लिखा था, 'देश में व्याप्त वर्तमान असामान्य स्थिति को देखते हुए मैंने संविधान के अनुच्छेद 77 (1) (A) के अनुसार आज से प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है, ताकि संविधान के अनुसार राजनीतिक समाधान और समस्या समाधान की दिशा में आगे कदम उठाया जा सके।' इसके बाद राष्ट्रपति पौडेल ने उनका इस्तीफा स्वीकार करने के कुछ देर बाद खुद भी इस्तीफा दे दिया।

प्रदर्शन

नेपाल में क्यों हो रहे प्रदर्शन?

ओली सरकार ने 4 सितंबर को फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, व्हाट्सऐप, रेडिट, स्नैपचैट और एक्स समेत 26 सोशल मीडिया ऐप्स प्रतिबंधित कर दिए थे। प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को Gen-Z प्रदर्शन शुरू हो गया, जिसमें 12,000 से अधिक छात्र और युवा शामिल हुए थे। प्रदर्शनकारियों के संसद भवन परिसर में घुसने पर पुलिस को गोलीबारी के आदेश दिए गए, जिसमें 19 की मौत हो गई और 300 से अधिक लोग घायल हुए हैं। इसके बाद प्रदर्शनकारियों की नाराजगी और बढ़ गई।

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