LOADING...
कर्ज से डूबा पाकिस्तान बेचेगा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस, सेना प्रमुख मुनीर की कंपनी लगाएगी बोली
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का निजीकरण होगा

कर्ज से डूबा पाकिस्तान बेचेगा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस, सेना प्रमुख मुनीर की कंपनी लगाएगी बोली

लेखन गजेंद्र
Dec 04, 2025
10:15 am

क्या है खबर?

कर्ज से गले तक डूबा पाकिस्तान अब अपनी सरकारी पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) को बेचने जा रहा है। उसने यह कदम अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के दबाव में उठाया है, जिससे पाकिस्तान ने मोटा कर्ज लिया है। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बुधवार को घोषणा की कि PIA की बोली 23 दिसंबर, 2025 को होगी और इसका सभी मीडिया माध्यमों से सीधा प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने इस बाबत इस्लामाबाद में पूर्व-योग्य बोलीदाताओं के प्रतिनिधियों से भी मुलाकात की है।

बोली

सेना प्रमुख असीम मुनीर की फौजी कंपनी भी बोली में शामिल

यह बिक्री पिछले 20 वर्षों में पाकिस्तान का पहला बड़ा निजीकरण है। इसके लिए फौजी फर्टिलाइजर कंपनी लिमिटेड, लकी सीमेंट कंसोर्टियम, आरिफ हबीब कॉर्पोरेशन कंसोर्टियम और एयर ब्लू लिमिटेड बोली लगाएंगे। फौजी फर्टिलाइजर सैन्य-संचालित फौजी फाउंडेशन का हिस्सा है, जो बड़ी कॉरपोरेट कंपनी बन चुकी है। फील्ड मार्शल असीम मुनीर सीधे तौर पर फौजी फाउंडेशन के बोर्ड में प्रभाव डालते हैं। मुनीर क्वार्टरमास्टर जनरल (QMG) की नियुक्ति करते हैं, जो फाउंडेशन के केंद्रीय निदेशक मंडल में बैठते हैं।

भ्रष्टाचार

भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन से PIA हश्र बुरा

PIA भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन से पस्त है। खराब वित्तीय स्थिति से जूझ रही PIA की हालत 2020 में तब और बिगड़ी, जब उसके 30 प्रतिशत से अधिक पायलट नकली और संदिग्ध लाइसेंस लिए मिले। उसी साल PIA 8303 दुर्घटना में 97 लोगों की मौत के बाद छवि खराब हुई। भारी अंतरराष्ट्रीय दबाव के बाद 262 पायलट को निकाला गया और यूरोप के लिए PIA उड़ानों पर प्रतिबंध लग गया। PIA का घाटा 200 अरब पाकिस्तानी रुपये से भी ज्यादा था।

Advertisement

कर्ज

पाकिस्तान IMF का 5वां बड़ा कर्जदार

पाकिस्तान IMF का 5वां सबसे बड़ा कर्जदार है। IMF ने सितंबर 2024 में 7 अरब डॉलर ऋण को मंजूरी दी थी। संकटग्रस्त PIA में 51-100 प्रतिशत का विनिवेश IMF द्वारा 7 अरब डॉलर के लिए शर्तों का हिस्सा है। PIA की बिक्री IMF के बेलआउट पैकेज की एक प्रमुख शर्त है। PIA बोली में आय का 15 प्रतिशत सरकार को और बाकी कंपनी के पास रहेगा। 1958 से अब तक पाकिस्तान ने IMF से 20 से ज्यादा कर्ज लिए हैं।

Advertisement