पाकिस्तान: महिला जज को धमकाने पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी (PTI) प्रमुख इमरान खान की मुश्किलें खत्म होती हुई नहीं दिख रही हैं।
इस्लामाबाद की एक कोर्ट ने एक महिला जज को धमकाने के मामले में खान के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है। कोर्ट ने अपने आदेश में पुलिस को इमरान को गिरफ्तार कर 29 मार्च को पेश करने के लिए कहा है।
गौरतलब है कि इमरान खान पर पहले से ही तोशखाना मामले में गिरफ्तारी का खतरा मंडरा रहा है।
मामला
क्या है पूरा मामला?
खान ने पिछले साल अगस्त में एक राजनीतिक रैली में आरोप लगाया था कि उनके विशेष सहायक शाहबाज गिल को हिरासत में प्रताड़ित किया जा रहा है।
खान ने अपने भाषण के दौरान जज जेबा चौधरी को कथित रूप से धमकी देते हुए कहा था कि उन्हें अपने खिलाफ कार्रवाई किए जाने के लिए खुद को तैयार रखना चाहिए।
इसके बाद इमरान के खिलाफ जज को धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया था।
सुनवाई
अदालत ने अपने आदेश में क्या कहा?
इस्लामाबाद जिला और सत्र अदालत के जज राणा मुजाहिद रहीम ने अपने आदेश में कहा कि न्यायपालिका की इज्जत करना आवश्यक है और खुलेआम जजों को धमकी देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
खान के खिलाफ पाकिस्तानी दंड संहिता की धारा 186 (लोक सेवक को सार्वजनिक कर्तव्य करने से रोकना), 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा) और 504 (आपराधिक धमकी) समेत अन्य कई धाराओं में केस दर्ज किया गया था।
सुनवाई
सुनवाई के दौरान पेश नहीं हुए इमरान
इमरान की सोमवार को इस्लामाबाद की जिला और सत्र अदालत में पेशी होनी थी। हालांकि, इमरान ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए पेश नहीं होने को लेकर याचिका दाखिल कर दी।
इसके बाद अदालत ने इमरान खान की इस याचिका को खारिज करते हुए उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया।
गौरतलब है कि खान इससे पहले इस्लामाबाद हाई कोर्ट के सामने हलफनामा दाखिल कर जज से माफी मांगने की इच्छा जाहिर कर चुके हैं। .
मामला
तोशखाना मामले में भी घिरे हैं इमरान खान
बता दें कि इस्लामाबाद पुलिस हाल ही में इमरान को तोशखाना मामले में गिरफ्तार करने के लिए लाहौर स्थित उनके घर पर पहुंची थी। हालांकि, पुलिस इमरान को गिरफ्तार नहीं कर सकी थी।
मामले में इमरान पर अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान विदेशी सरकारों से मिले बेशकीमती उपहारों में से कुछ को अपने पास रखने या बेचने का आरोप है। इमरान ने विदेशों से मिले उपहारों की जानकारी का खुलासा करने से भी मना कर दिया था।