
नेपाल में Gen-Z के हिंसक प्रदर्शन में मृतकों की संख्या 51 हुई, अब कैसे हैं हालात?
क्या है खबर?
नेपाल की राजधानी काठमांडू समेत कई जिलों में 8 और 9 सितंबर को सरकार के खिलाफ हुए Gen-Z के हिंसक विरोध-प्रदर्शन मृतकों की संख्या बढ़कर 51 हो गई है। नेपाल पुलिस के केंद्रीय प्रवक्ता और DIG बिनोद घिमिरे ने बताया कि मृतकों में 3 पुलिसकर्मी, 21 प्रदर्शनकारी, 9 कैदी और एक भारतीय महिला समेत 18 अन्य लोग शामिल हैं। घायलों की संख्या 400 से अधिक हैं, जिसमें आधे से अधिक अस्पतालों में भर्ती हैं।
हिंसा
पुलिसकर्मियों को सुधार गृह में जलाकर मारा गया
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल उर्फ प्रचंड की बेटी गंगा दहल के आवास समेत कई जगहों से 5 शव जली हुई अवस्था में मिली है। पोखरा में 2 युवतियों के शव एक कार सेंटर और शॉपिंग सेंटर में मिले हैं। जिन 3 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है, उनके भी शव किशोर सुधार गृह में जलकर हुई थी। बता दें कि हिंसा के पहले दिन मृतकों की संख्या 19 थी, जो दूसरे दिन 21 हुई थी।
हालात
अभी क्या हैं हालात?
नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के तीन दिन बाद भी जनजीवन पूरी तरह से सामान्य नहीं हुआ है। कुछ जिलों में कर्फ्यू हटा दिया गया है, जबकि कुछ जगह कर्फ्यू और निषेधाज्ञा लागू है। हिंसाग्रस्त जिलों में सुबह 5 बजे से लेकर शाम को 6 बजे तक निषेधाज्ञा लागू कर सामूहिक जमावड़े और सभाओं पर रोक लगाई गई है। भारतीय सीमा पर वाहनों का आना-जाना शुरू हो गया है। कई जिलों में सरकारी कार्यालय भी खोल दिए गए हैं।