इजरायल और हमास में जंग जारी; 1,100 से अधिक की मौत, अमेरिका ने भेजे लड़ाकू विमान
इजरायल और हमास के बीच लगातार तीसरे दिन भी जंग जारी है। इस जंग में अब तक 1,100 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ये जंग लंबी चलने वाली है और वो आतंकी समुदाय को नष्ट करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। वहीं दुनियाभर में हमास के हमले की निंदा हो रही है। इस जंग के कारण क्या हालात हैं, आइए जानते हैं।
700 से अधिक इजरायली की मौत, गाजा में 400 से की मौत
इजरायल रक्षा बलों (IDF) के नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, हमास के हमले के बाद से अब तक 44 सैनिकों सहित 700 से अधिक इजरायली मारे गए हैं, जोकि 1973 में इजरायल पर हुए हमले क बाद से ये अब तक का सबसे बड़ा नुकसान है। हजारों लोग इस जंग में घायल हुए हैं। वहीं गाजा में इजरायली हवाई हमले के कारण 400 से अधिक लोगों की मौत की हुई है, लगभग 2,000 लोग घायल हुए हैं।
कई देशों के नागरिकों की हुई मौत
इस जंग में कई देशों के नागरिक मारे गए हैं, कई अपहरण और लापता हैं। इनमें अमेरिका, ब्राजील, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, आयरलैंड, मैक्सिको, नेपाल, थाईलैंड और यूक्रेन शामिल हैं। नेपाल के 10 छात्रों की मौत हो गई है और अमेरिका के भी 4 नागरिकों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। AFP ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता के हवाले से बताया, "हम कई अमेरिकी नागरिकों की मौत की पुष्टि करते हैं।"
इजरायल की मदद के लिए अमेरिका ने भेजे लड़ाकू विमान
इजरायल पर हुए हमले पर अमेरिका इजरायल के समर्थन में खड़ा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इजरायल की सीमा पर अमेरिकी जहाजों और लड़ाकू विमानों की तैनाती के आदेश दिए हैं। अमेरिकी रक्षा मंत्रालय पेंटागन ने जानकारी दी कि अमेरिकी विमानवाहक पोत USS जेराल्ड आर फोर्ड और सहयोगी युद्धपोतों को पूर्वी भूमध्य सागर में भेज रहा है। इसके अलावा इलाके में लड़ाकू जेट स्क्वाड्रनों की संख्या को भी बढ़ाया जा रहा है।
जंग में हुई हिजबुल्लाह की एंट्री
इस जंग में लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकवादी समूह ने भी इजरायली ठिकानों पर दर्जनों रॉकेट दागे हैं। वॉल स्ट्रीट जर्नल से बातचीत में हमास और हिजबुल्लाह के सदस्यों ने बताया कि इजरायल के खिलाफ इस ऑपरेशन में ईरान ने मदद की है। इस ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए बेरूट में कई बैठक हुई, जिसमें ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के अधिकारियों और गाजा और हिजबुल्लाह में हमास सहित 4 ईरान समर्थित आतंकवादी समूहों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
इजरायल बंदियों की रिहाई के बदले इस्लामिक ग्रुप ने की अपने लोगों की रिहाई की मांग
इस्लामिक जिहाद प्रमुख ज़ियाद अल-नखला ने कहा कि उन्होंने गाजा पट्टी में अपहरण किए गए 30 से अधिक इजरायल के लोगों को बंदी बना रखा है। वो तब तक इन्हें रिहा नहीं करेंगे जब तक इजरायली जेलों में बंद हजारों फिलिस्तीनी रिहा नहीं होते। हमास ने कहा कि ये उनकी भूमि और कब्जे वाली जेलों में बंद उनके कैदियों को मुक्त कराने की लड़ाई है। इसके साथ ही अरब और इस्लामी देशों से लड़ाई में शामिल होने का आह्वान किया।
इजरायल-हमास के बीच जंग से मिडिल ईस्ट में तेल की कीमतें उछलीं
इजरायल पर हमास के हमले के बाद मिडिल ईस्ट में तेल की कीमतों में उछाल देखने को मिला है। तेल की कीमतों में 4 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली है। एशियाई कारोबार में ब्रेंट 4.7% उछलकर 86.65 डॉलर और वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट 4.5% बढ़कर 88.39 डॉलर पर पहुंच गया। पूरी दुनिया में तेल आपूर्ति का लगभग एक तिहाई हिस्सा मिडिल ईस्ट से आता है। आने वाले दिनों में तेल की कीमतों में वृद्धि हो सकती है।
कैसे हुई संघर्ष की शुरुआत?
फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास ने शनिवार सुबह इजरायल पर करीब 5,000 रॉकेट दागे थे। ये रॉकेट इजरायल के सीमाई शहरों के रिहायशी इलाकों में गिरे। इसके बाद हमास के लड़ाकों ने इजरायल में नाव और पैराग्लाइडर के जरिए घुसपैठ भी की और एक पुलिस स्टेशन और सेना के वाहनों पर कब्जा कर लिया। गाजा-इजरायल की सीमा पर लगी मोर्चेबंदी को भी तोड़ दिया गया। कई इजरायली लोगों को बंधक बनाया गया, जो अभी भी हमास के कब्जे में हैं।