
खामेनेई का ईरान के नाम संबोधन: कहा- इजरायल ने गलती की; अमेरिका को भी दी चेतावनी
क्या है खबर?
इजरायल से युद्ध के बीच ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने राष्ट्र को संबोधित किया।
टेलीविजन पर प्रसारित किए गए एक संदेश में खामेनेई ने कहा कि इजरायल ने ईरान की वायु सीमा का उल्लंघन कर 'गंभीर गलती' की है, जिसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने कहा, "ईरान अपने शहीदों के खून को नहीं भूलेगा और जायोनिस्ट सत्ता द्वारा की गई हर आक्रामक कार्रवाई का जवाब दिया जाएगा। हमारी सेना मातृभूमि की रक्षा के लिए तैयार हैं।"
अमेरिका
खामेनेई की अमेरिका को चेतावनी- हम आत्मसमर्पण नहीं करेंगे
खामेनेई ने कहा, "अमेरिकियों को यह पता होना चाहिए कि ईरान आत्मसमर्पण नहीं करेगा और अगर अमेरिका की सेना की तरफ से किसी तरह की दखलअंदाजी हुई, तो अंजाम बुरा होगा। ईरान, ईरानी राष्ट्र और उसके इतिहास को जानने वाले बुद्धिमान लोग इस राष्ट्र से कभी भी धमकी भरी भाषा में बात नहीं करेंगे, क्योंकि ईरानी राष्ट्र आत्मसमर्पण नहीं करेगा।"
बता दें कि इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से बिना किसी शर्त आत्मसमर्पण को कहा था।
युद्ध
इजरायल ने 1,100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया
इजरायली सेना ने कहा कि उसने अब तक के युद्ध में ईरान में 1,100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला किया है।
वायु सेना ने बताया कि आज उसने करमनशाह में सैन्य अड्डे पर तैनात 5 ईरानी AH-1 हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया। आज ही 40 ठिकानों पर हमला किया गया है।
इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने कहा है कि इजरायल अब ईरान में सरकारी ठिकानों और मीडिया संस्थानों को निशाना बनाएगा।
मिसाइल
ईरान ने दागी 'फत्ताह-1' हाइपरसोनिक मिसाइल
युद्ध के दौरान ईरान ने पहली बार इजरायल पर 'फत्ताह-1' हाइपरसोनिक मिसाइल दागी है। इससे कितना नुकसान हुआ, अभी इसकी जानकारी सामने नहीं आई है।
'फत्ताह-1' को पहली बार 2023 में प्रदर्शित किया गया था। इसकी रेंज 1,400 किलोमीटर है और ये आवाज की गति से कम से कम 5 गुना तेज गति से लक्ष्य की ओर हमला करती है।
ये अपने साथ परमाणु हथियार ले जाने में भी सक्षम है।
मौत
ईरान में 585, इजरायल में 24 मौतें
13 जून से जारी युद्ध में ईरान में 585 लोगों की मौत हो चुकी है और 1,326 लोग घायल हुए हैं। इनमें ईरान के कई शीर्ष सैन्य कमांडर और परमाणु वैज्ञानिक शामिल हैं। वहीं, इजरायल में 24 लोग मारे गए हैं।
इजरायल ने तेहरान और उसके आसपास परमाणु और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया है। जवाब में ईरान ने तेल अवीव, हाईफा और जेरूसलम पर सैकड़ों मिसाइलें दागी हैं। ईरान ने मोसाद के मुख्यालय को भी निशाना बनाया है।