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अमेरिकी हमलों के बाद ईरान ने इजरायल पर 1,500 किलो विस्फोटक वाली खोर्रमशहर-4 बैलिस्टिक मिसाइल दागी
ईरान ने इजरायल पर विशालकाय खोर्रमशहर- 4 मिसाइल दागी (तस्वीर: एक्स/@VinodDX9)

अमेरिकी हमलों के बाद ईरान ने इजरायल पर 1,500 किलो विस्फोटक वाली खोर्रमशहर-4 बैलिस्टिक मिसाइल दागी

लेखन गजेंद्र
Jun 23, 2025
10:22 am

क्या है खबर?

अमेरिकी हमलों से बौखलाए ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने रविवार को इजरायल पर 40 मिसाइलों से बड़ा हमला किया है। इसमें ईरान की शक्तिशाली खोर्रमशहर-4 बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल हैं। इनमें प्रत्येक में 1,500 किलोग्राम विस्फोटक ले जाने की क्षमता है। ईरान का दावा है कि उसने मिसाइलों से इजरायल का बेन गुरियन हवाई अड्डा, एक जैविक अनुसंधान सुविधा, रसद ठिकानों, कई कमांड और नियंत्रण केंद्रों को निशाना बनाया है।

हमला

इजरायल ने किया जवाबी हमला

इजरायली अधिकारियों ने बताया कि ईरानी हमले में 80 से अधिक लोग घायल हुए हैं, जिसमें कई को मामूली चोट आई है। इजरायली बलों ने बताया कि उसने ईरानी लॉन्चरों को तुरंत निष्क्रिय कर दिया, जिससे ज्यादा नुकसान नहीं हुआ। हालांकि, तेल अवीव में एक बहुमंजिला इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद इजरायल ने भी पश्चिमी ईरान और तेहरान के दक्षिण में कोम और यज़्द शहर में सैन्य केंद्रों पर जवाबी हमले किए, जिसमें IRGC के 9 सदस्य मारे गए।

खासियत

खोर्रमशहर-4 बैलिस्टिक मिसाइल की खासियत क्या है?

ईरान द्वारा विकसित खोर्रमशहर-4 बैलिस्टिक मिसाइल की रेंज 2,000 किलोमीटर है। यह इजरायल, मिस्र, सऊदी अरब और नाटो में शामिल रोमानिया, बुल्गारिया और ग्रीस को पश्चिमी ईरान से निशाना बना सकती है। यह 1,500 किलोग्राम विस्फोटक, कलस्टर और रसायनिक विस्फोटक ले जाने की क्षमता रखता है, इसलिए यह ईरान की घातक मिसाइलों में एक है। इसकी गति वायुमंडल के बाहर लगभग 19,600 किमी प्रति घंटा (मैक 16) और वायुमंडल के अंदर 9,800 किमी प्रति घंटा (मैक 8) हो सकती है।

हमला

अमेरिका ने 3 परमाणु ठिकानों पर किया था हमला

पिछले 10 दिन से चल रहे ईरान और इजरायल के बीच युद्ध में रविवार को अमेरिका भी कूद गया और उसने ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला किया। नतांज, फोर्डो और इस्फहान में परमाणु ठिकानों को नुकसान पहुंचने की बात अमेरिका ने कही है। हालांकि, नुकसान की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। अमेरिकी हमलों के बाद तनाव बढ़ गया है। ईरान के समर्थन में चीन, रूस और पाकिस्तान ने युद्ध विराम के लिए संयुक्त राष्ट्र में प्रस्ताव भेजा है।