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ईरान ने ल‍िया होर्मूज जलडमरूमध्य बंद करने का फैसला, बढ़ सकती है तेल की कीमत
ईरान ने ल‍िया होर्मूज जलडमरूमध्य बंद करने का फैसला

ईरान ने ल‍िया होर्मूज जलडमरूमध्य बंद करने का फैसला, बढ़ सकती है तेल की कीमत

Jun 22, 2025
09:33 pm

क्या है खबर?

अमेरिका की ओर से रविवार तड़के ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला करने के बाद हालात और भी ज्यादा बिगड़ गए हैं। इस बीच ईरान ने होर्मूज जलडमरूमध्य (स्ट्रेट ऑफ होर्मूज) को बंद करने का फैसला ले लिया है। ईरानी संसद ने रणनीतिक रूप से बेहद अहम होर्मूज जलडमरूमध्य को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इस फैसले के बाद अब दुनियाभर के देशों में तेल की कीमतें में इजाफा होना तय हो गया है।

फैसला

सुरक्षा परिषद लेगी अंतिम फैसला- जनरल कोवसरी

ईरानी संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के सदस्य मेजर जनरल कोवसरी ने राज्य मीडिया से कहा, "संसद में होर्मूज जलडमरूमध्य को बंद करने के पक्ष में सर्वसम्मति बन गई है, लेकिन अंतिम निर्णय ईरान की सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद द्वारा मतदान के जरिए लिया जाएगा।" बता दें कि यह परिषद देश की सबसे ऊंची सुरक्षा संस्था है। ईरान में अंतिम सैन्य और कूटनीतिक फैसले इसी संस्था की ओर से लिए जाते हैं। ऐसे में अब उसके फैसले का इंतजार है।

सवाल

क्या है होर्मुज जलडमरूमध्य?

होर्मुज फारस की खाड़ी में प्रवेश करने का एकमात्र समुद्री मार्ग है। इसके एक तरफ ईरान तो दूसरी तरफ ओमान और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) हैं। यह फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और हिंद महासागर में अरब सागर से जोड़ता है। 39 किलोमीटर लंबा यह जलडमरूमध्य अपने सबसे संकरे बिंदु पर यह 33 किलोमीटर और अधिकतम 95 किलोमीटर तक चौड़ा है। हालांकि, इसमें से केवल 3 किलोमीटर दायरे में से ही जहाज गुजर सकते हैं।

अहमीयत

क्यों अहम है होर्मुज जलडमरूमध्य?

अमेरिकी ऊर्जा सूचना प्रशासन के अनुसार, वैश्विक तेल खपत का लगभग 20 प्रतिशत इस जलडमरूमध्य से होकर गुजरता है। इसे दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण तेल पारगमन चोकपॉइंट बताया जाता है। इस जलडमरूमध्य से रोजाना 2.1 करोड़ बैरल कच्चा तेल और 8 करोड़ टन नेचुरल गैस की आवाजाही होती है। फिलहाल वैश्विक तेल उत्पादन का छठा हिस्सा और दुनियाभर की एक-तिहाई तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG) की आवाजाही यहां से होती है।

असर

होर्मुज जलडमरूमध्य बंद होने का क्या होगा असर?

अगर जलडमरूमध्य को बंद किया गया तो सऊदी अरब, कतर, UAE, इराक, बहरीन और कुवैत जैसे देशों से तेल और गैस की आपूर्ति बड़े स्तर पर प्रभावित होगी। इससे वैश्विक बाजार में बैरल की कीमतें बढ़ेंगी और खाड़ी देशों से कच्चा तेल आयात न करने वाले देश भी प्रभावित होंगे। सबसे बड़ी आशंका है कि अगर जलडमरूमध्य बंद किया गया तो अमेरिका को नुकसान होगा और वो भी युद्ध में कूद सकता है।

प्रतिक्रिया

अमेरिका ने क्या दी प्रतिक्रिया? 

ईरान के इस फैसले पर अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा, "मैं बीजिंग में चीनी सरकार को इस बारे में बात करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं कि वह ईरान को होर्मुज जलडमरूमध्य में तेल गलियारा बंद न करने के लिए प्रेरित करे क्योंकि वे अपने तेल के लिए इस मार्ग पर बहुत अधिक निर्भर हैं।" उन्होंने कहा, "अगर वे (ईरान) ऐसा करते हैं, तो यह एक और भयंकर गलती होगी। यह उनके लिए आर्थिक आत्महत्या होगी।"

सलाह

अन्य देशों को इससे निपटने पर करना होगा विचार- रुबियो

रुबियो ने कहा, "हमारे पास इससे निपटने के लिए विकल्प मौजूद हैं, लेकिन अन्य देशों को भी इस पर विचार करना चाहिए। होर्मूज के बंद होने से अन्य देशों की अर्थव्यवस्थाओं को हमारी अर्थव्यवस्था की तुलना में कहीं अधिक नुकसान होगा।" उन्होंने कहा, "हम उन्हें (ईरान) आगे की कार्रवाइयों के आधार पर आंकेंगे। अगर वे बातचीत करना चाहते हैं, तो हम बातचीत करेंगे। अगर वे खतरनाक चीजें करना चाहते हैं, तो हमारे पास जवाब उपलब्ध हैं।"