
ईरान ने अपने परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमले को बताया खतरनाक युद्ध की शुरुआत
क्या है खबर?
ईरान ने अमेरिका की ओर से रविवार तड़के अपने 3 परमाणु ठिकानों पर किए गए हमले को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। ईरान के विदेश मंत्रालय ने परमाणु प्रतिष्ठानों पर अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की और वाशिंगटन पर कूटनीतिक वार्ता को धोखा देकर इस्लामी गणराज्य के खिलाफ खतरनाक युद्ध शुरू करने का आरोप लगाया है। मंत्रालय ने अमेरिकी हमलों को अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की भी बात कही है।
बयान
विदेश मंत्रालय ने क्या जारी किया बयान?
ईरान के विदेश मंत्रालय ने कहा, "दुनिया को यह नहीं भूलना चाहिए कि यह अमेरिका ही था, जिसने कूटनीतिक प्रक्रिया के बीच में ईरानी राष्ट्र पर आक्रामक युद्ध थोपने के लिए नरसंहारकारी और कानून तोड़ने वाले इजरायली शासन का समर्थन करके कूटनीति को धोखा दिया है।" मंत्रालय ने कहा, "अब, उस शासन के गैरकानूनी और आपराधिक कृत्यों को पूरा करते हुए अमेरिका ने स्वयं इस्लामी गणराज्य ईरान के खिलाफ एक खतरनाक युद्ध शुरू कर दिया है।"
आरोप
ईरान ने अमेरिका पर लगाया बड़ा आरोप
विदेश मंत्रालय ने कहा, "अमेरिकी हमले अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन हैं और इससे ईरान के खिलाफ अमेरिकी शत्रुता की हद का पता चलता है। युद्ध-प्रेमी और कानूनविहीन अमेरिका की सरकार इस जघन्य आक्रामकता और अपराध के खतरनाक परिणामों और दूरगामी प्रभावों के लिए पूरी तरह जिम्मेदार है।" मंत्रालय ने यह भी कहा कि ईरान इस आपराधिक आक्रामकता के खिलाफ हर तरह की ताकत और साधनों से अपने क्षेत्र और संप्रभुता की रक्षा के लिए दृढ़ संकल्प है।
जानकारी
ईरान ने UNSC का आपातकालीन सत्र बुलाने की मांग
ईरान ने हमलों की निंदा के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में एक आपातकालीन सत्र बुलाने की अपील करते हुए चेतावनी दी कि इस तरह के आक्रमण के सामने चुप्पी दुनिया को अभूतपूर्व स्तर के खतरे और अराजकता में धकेलेगी।"
पृष्ठभूमि
अमेरिका ने किया 3 परमाणु ठिकानों पर हमला
अमेरिका ने ईरान और इजरायल संघर्ष में कूदते हुए ईरान के 3 परमाणु ठिकानों पर हमला कर दिया। इन ठिकानों में नतांज, फोर्दो और इस्फहान शामिल है। हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमलों से तीनों परमाणु सुविधाओं बर्बाद हो गई हैं। अब ईरान को शांति कायम करनी चाहिए। अगर वह ऐसा नहीं करता है, तो उस पर और बड़े हमले किए जाएंगे। इधर, ईरान ने हमले में मामूली नुकसान की बात कही है।