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अमेरिका में 'ड्रॉपबॉक्स' वीजा नवीनीकरण कार्यक्रम के समाप्त होने का भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा?
अमेरिका में 2 सितंबर से बंद होगा साक्षात्कार छूट कार्यक्रम (ड्रॉपबॉक्स)

अमेरिका में 'ड्रॉपबॉक्स' वीजा नवीनीकरण कार्यक्रम के समाप्त होने का भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा?

Aug 12, 2025
05:13 pm

क्या है खबर?

अमेरिका में गैर-आप्रवासी वीजा के लिए संचालित साक्षात्कार छूट कार्यक्रम (ड्रॉपबॉक्स) 2 सितंबर, 2025 से आधिकारित तौर पर बंद हो जाएगा। इसके बाद अधिकांश आवेदकों को वीजा हासिल करने के लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास अधिकारी के समक्ष व्यक्तिगत साक्षात्कार के लिए उपस्थित होना पड़ेगा। इस कदम से उन हजारों भारतीय पेशेवरों और छात्रों पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ेगा, जिन्होंने अपने वीजा को नवीनीकृत करने की योजना बनाई थी। आइए जानते हैं कि यह कार्यक्रम क्या है और क्यों बंद होगा।

कार्यक्रम

क्या है अमेरिका का 'ड्रॉपबॉक्स' कार्यक्रम?

अमेरिका में सालों से संचालित 'ड्रॉपबॉक्स' विकल्प पात्र गैर-आप्रवासी यात्रियों को निर्दिष्ट केंद्र पर अपने दस्तावेज जमाकर व्यक्तिगत साक्षात्कार से बचने की छूट देता आया है। यह कार्यक्रम वीजा रिकॉर्ड बेदाग रखने वाले यात्रियों को वीजा हासिल करने का त्वरित मार्ग रहा है। इस कार्यक्रम का लाभ लेने के लिए आवेदकों को कुछ निश्चित आवश्यकताओं को पूरा करना आवश्यक होता है, जिनमें कोई वीजा उल्लंघन न होना या विशिष्ट आयु सीमा के अंतर्गत आना शामिल है।

बदलाव

'ड्रॉपबॉक्स' कार्यक्रम में क्या हुआ बदलाव?

अमेरिकी सरकार ने 2 सितंबर, 2025 से 'ड्रॉपबॉक्स' कार्यक्रम को गैर-आप्रवासी लोगों के लिए पूरी तरह बंद करने का फैसला किया है। यह बदलाव विदेश विभाग द्वारा 25 जुलाई को जारी एक निर्देश के बाद आया है। यह H1-B, L1, F1, या O1 वीजा का नवीनीकरण कराने वालों पर लागू होगा। 14 साल से कम उम्र के बच्चों और 79 साल से ज़्यादा उम्र के वयस्कों को भी वीजा के लिए अमेरिकी वाणिज्य दूतावास अधिकारी के समक्ष साक्षात्कार देना होगा।

घोषणा

कब की गई थी इस बदलाव की घोषणा?

इस बदलाव की घोषणा पिछले महीने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 'वन बिग ब्यूटीफुल विधेयक' के तहत की गई थी, जिस पर 4 जुलाई को हस्ताक्षर किए गए थे। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि इस उपाय का उद्देश्य सुरक्षा बढ़ाना और जांच को सख्त करना है। हालांकि, आव्रजन समर्थकों ने भ्रम, लंबी प्रतीक्षा और यात्रा संबंधी समस्याओं की चेतावनी दी है। बता दें कि भारत हर साल बड़ी संख्या में H1-B श्रमिकों और छात्रों को अमेरिका भेजता है।

असर

कार्यक्रम में बंद होने से क्या होगा असर?

'ड्रॉपबॉक्स' कार्यक्रम के बंद होने से H1-B, H-4, L1, F, M, O1, J, तथा कई अन्य वीजा नवीनीकरणों के लिए अधिकांश साक्षात्कार छूट अब उपलब्ध नहीं होंगी। A, G, NATO और TECRO जैसे राजनयिक या आधिकारिक वीजा अभी भी छूट के लिए पात्र होंगे। 14 साल से कम और 79 साल की उम्र से अधिक पर छूट नहीं मिलेगी, लेकिन कुछ B-1/B-2 पर्यटक और व्यावसायिक वीजा नवीनीकरण शर्तों के पूरा करने पर बिना साक्षात्कार के जारी रह सकते हैं।

प्रभाव

भारतीयों पर क्या पड़ेगा इसका प्रभाव?

भारत ड्रॉपबॉक्स प्रणाली के सबसे बड़े उपयोगकर्ताओं में से एक है। ऐसे में ड्रॉपबॉक्स कार्यक्रम की समाप्ति के बाद साक्षात्कार नियुक्तियों की मांग में बढ़ोतरी होगी, छात्रों के लिए शैक्षणिक योजनाओं में देरी होगी, H1-B कर्मचारियों को नियुक्त करने वाली कंपनियों की परियोजना समय सीमा प्रभावित होगी और साक्षात्कार की प्रतीक्षा अवधि महीनों तक आगे बढ़ जाएगी। अगस्त और सितंबर 2025 में कुछ ड्रॉपबॉक्स नियुक्तियां पहले ही रद्द हो चुकी है और अब उन्हें दोबारा से साक्षात्कार बुक करना होगा।