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कनाडा की सामूहिक वीजा निरस्तीकरण योजना भारतीयों को कैसे कर सकती है प्रभावित?
कनाडा की सामूहिक वीजा निरस्तीकरण योजना से भारतीयों पर पड़ेगा बड़ा असर

कनाडा की सामूहिक वीजा निरस्तीकरण योजना भारतीयों को कैसे कर सकती है प्रभावित?

Nov 04, 2025
02:21 pm

क्या है खबर?

कनाडा के आव्रजन अधिकारी कथित तौर पर संभावित धोखाधड़ी की चिंताओं के बीच कुछ भारतीयों सहित वीजा धारकों के एक समूह के आवेदनों को रद्द करने का देने की अधिकार मांग रहे हैं। CBC न्यूज के अनुसार, कनाडाई अधिकारियों ने भारत और बांग्लादेश से आने वाले फर्जी आगंतुक वीजा आवेदनों की पहचान करने और उन्हें रद्द करने के लिए अमेरिकी संस्थाओं के साथ साझेदारी की है। आइए जानते हैं इस कदम से भारतीयों पर क्या असर पड़ेगा।

अस्वीकार

कनाडा ने भारत से अध्ययन परमिट के 74 प्रतिशत आवेदन निरस्त किए

यह रिपोर्ट कनाडा द्वारा अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर लगाए गए प्रतिबंधों के बीच आई है, जिसका खास तौर पर भारत से आने वाले आवेदकों पर बुरा असर पड़ा है। कनाडा के आव्रजन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि अगस्त 2025 में भारत से अध्ययन परमिट के 74 प्रतिशत आवेदनों को अस्वीकार कर दिया गया, जबकि अगस्त 2023 में यह आंकड़ा केवल 32 प्रतिशत ही था। इसका मतलब है कि कनाड़ा ने प्रत्येक 4 में से 3 आवेदन खारिज किए हैं।

जानकारी

चीन से आवेदनों के निरस्त करने दर रही 24 प्रतिशत

आंकड़े बताते हैं कि कनाडा के उच्चतर माध्यमिक संस्थानों में पढ़ाई के परमिट के लिए आए सभी आवेदनों में से करीब 40 प्रतिशत को अस्वीकार कर दिया गया है। इनमें भारत के 74 प्रतिशत आवेदनों की तुलना में चीन के केवल 24 प्रतिशत रहे।

परिणाम

भारतीय आवेदकों की संख्या में भारी गिरावट

कनाडा के इस कदम के कारण अब वहां से अध्ययन परमिट हासिल करने के लिए भारतीय आवेदकों की संख्या में बड़ी गिरावट आई है। अगस्त 2025 में भारत से केवल 4,515 छात्रों ने परमिट के लिए आवेदन किया, जो अगस्त 2023 में 20,900 की संख्या से काफी कम है। एक दशक से भी ज्यादा समय से कनाडा में विदेशी छात्रों का सबसे बड़ा स्रोत होने के बावजूद भारत अब वहां सबसे अधिक अस्वीकृति दर दर्ज करता है।

कारण

क्या है भारतीयों के वीजा आवेदन निरस्त किए जाने का कारण? 

यह कार्रवाई व्यापक दस्तावेज धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने वाली कई जांचों के बाद की गई है। साल 2023 में कनाडाई अधिकारियों ने लगभग 1,550 छात्र वीजा आवेदनों का पता लगाया, जो फर्जी प्रवेश पत्रों से जुड़े थे, जिनमें से अधिकांश भारत से आए थे। एक नई सत्यापन प्रणाली ने तब से सभी आवेदकों के 14,000 से ज्यादा संदिग्ध स्वीकृति पत्रों को चिह्नित किया है। ऐसे में सरकार ने सत्यापन प्रक्रियाओं को कड़ा कर दिया है।

योजना

कनाडा ने वीजा निरस्त करने के लिए क्या बनाई योजना?

कनाडा के आव्रजन मंत्री के कार्यालय में विभागीय प्रस्तुति के अनुसार, कनाडा के आव्रजन, शरणार्थी और नागरिकता कनाडा (IRCC), कनाडा सीमा सेवा एजेंसी (CBSA) और उनके अमेरिकी सहयोगियों ने अधिकारियों को वीजा देने से मना करने और रद्द करने को सशक्त बनाने के लिए एक कार्य समूह का गठन किया है, जिसमें देश-विशिष्ट चुनौतियों के आधार पर भारत और बांग्लादेश को चिन्हित किया गया है। अब सरकार सामूहिक वीजा आवेदन निरस्तीकरण शक्ति की भी मांग कर सकती है।

तरीका

कनाडा किस आधार पर रद्द करेगा आवेदन?

आव्रजन कार्यालय के दस्तावेज के अनुसार, सामूहिक वीजा रद्द करने की शक्तियों का इस्तेमाल महामारी, युद्ध और देश-विशिष्ट वीजा धारकों जैसे परिदृश्यों में किया जा सकता है। हालांकि, कनाडा की आव्रजन मंत्री लीना डायब ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया है कि सरकार महामारी या युद्ध की स्थितियों के दौरान इस्तेमाल करने के लिए ऐसी शक्तियों की मांग कर रही है, लेकिन उन्होंने देश-विशिष्ट वीजा धारकों का जिक्र नहीं किया है। हालांकि, इस कदम से भारत पर बड़ा असर पड़ेगा।

विधेयक

कनाडा की संसद में पेश किया गया विधेयक

इस प्रावधान को वैध बनाने के लिए एक विधेयक कनाडा की संसद में पेश किया गया है और प्रधानमंत्री मार्क कार्नी की सरकार इसे शीघ्र पारित कराना चाहती है। हालांकि, 300 से अधिक नागरिक समाज समूहों ने कथित तौर पर इस कानून पर चिंता जताई है। उनका कहना है कि समूह के निष्कासन से सरकार को बड़े पैमाने पर निर्वासन मशीन स्थापित करने की क्षमता मिल जाएगी। सरकार भारत और बांग्लादेशियों को कम से कम वीजा देगी।