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#NewsBytesExplainer: कैसे और कौन करता है नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन?
नोबेल पुरस्कारों के विजेताओं का ऐलान हर साल अक्टूबर में होता है

#NewsBytesExplainer: कैसे और कौन करता है नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन?

लेखन आबिद खान
Oct 10, 2025
03:07 pm

क्या है खबर?

वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया मचाडो को शांति का नोबेल पुरस्कार दिया गया है। वे कई सालों से वेनेजुएला में लोकतांत्रिक सुधारों के लिए काम कर रही हैं। वहीं, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कई बार खुद से मांगने और अन्य देशों द्वारा नामित करने के बावजूद पुरस्कार नहीं मिला है। ऐसे में समझते हैं कि नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन कैसे किया जाता है और कौन करता है।

पुरस्कार

सबसे पहले नोबेल पुरस्कारों के बारे में जानिए

नोबेल पुरस्कार स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिए जाते हैं। इनकी शुरुआत 1901 में हुई थी। ये पुरस्कार हर साल मानवता के लिए भलाई करने वाले और विज्ञान की दिशा बदलने वालों को सम्मानित करने के लिए दिए जाते हैं। ये पुरस्कार भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, चिकित्सा, साहित्य और शांति के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए हर साल दिए जाते हैं। अर्थशास्त्र में भी नोबेल मेमोरियल पुरस्कार दिया जाता है, जो नोबेल पुरस्कार के समान है।

चयन

कौन करता है विजेताओं का चयन?

नोबेल पुरस्कारों का प्रशासकीय कार्य नोबेल फाउंडेशन देखता है। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज भौतिकी या फिजिक्स, केमिस्ट्री और अर्थशास्त्र में नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करती है। इसी तरह स्टॉकहोम के कैरोलिन इंस्टीट्यूट की नोबेल असेंबली चिकित्सा के क्षेत्र में विजेताओं का चयन करती है। इसके अलावा साहित्य के क्षेत्र में स्वीडिश एकेडमी और शांति का नोबेल पुरस्कार विजेता का चयन नॉर्वे की संसद द्वारा चुनी गई समिति करती है।

विजेता

कैसे होता है विजेता का चयन?

नोबेल पुरस्कार विजेता का चयन करीब 8 महीने चली प्रक्रिया के बाद होता है। सबसे पहले समिति सभी नामांकनों की एक रिपोर्ट तैयार करवाती है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और स्वतंत्र सलाहकारों की भी मदद ली जाती है। फिर रिपोर्ट पर मंथन शुरू होता है और जिस उम्मीदवार को तरजीह मिलती है, उसके बारे में और जानकारी निकाली जाती है। इस तरह समिति के पास कुछ ही नामांकन बचते हैं, जिनमें से साधारण बहुमत के जरिए विजेता चुना जाता है।

तरीका

पुरस्कार के लिए कौन कर सकता है नामांकन?

नोबेल शांति पुरस्कार के लिए किसी देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, सांसद, पुरस्कार के पूर्व विजेता, नोबेल समिति के सदस्य, विश्वविद्यालयों के प्रोफेसर और किसी देश की सरकार या संसद सदस्य ही किसी को नामित कर सकते हैं। नामांकन प्रक्रिया हर साल सितंबर में शुरू होती है और अक्टूबर में विजेता के नाम का ऐलान किया जाता है। जीवित व्यक्ति और सक्रिय संगठन या संस्थाएं नोबेल शांति पुरस्कार के लिए पात्र उम्मीदवार हैं।

प्रक्रिया

बेहद गोपनीय होती है प्रक्रिया

नोबेल पुरस्कारों के लिए नामांकन से लेकर विजेताओं के चयन तक की प्रक्रिया बेहद गोपनीय होती है। पुरस्कार के लिए मिले नामांकन और इससे जुड़ी जांच-पड़ताल अगले 50 साल तक सार्वजनिक नहीं की जाती है। यहां तक कि किसने किसे नामांकित किया, ये जानकारी भी सामने नहीं आती है। कई बार तो नोबेल पुरस्कार विजेताओं को भी नहीं पता होता है कि उन्हें किसी ने नामांकित किया था और वे जीत भी गए।

विवाद

सबसे विवादित माने जाते हैं नोबेल शांति पुरस्कार

शांति के सबसे बड़े प्रतीक रहे महात्मा गांधी को 5 बार नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया, लेकिन उन्हें कभी पुरस्कार नहीं मिला। 1973 का नोबेल शांति पुरस्कार पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हेनरी किसिंजर को मिला था, जिन्होंने वियतनाम और कंबोडिया पर बम बरसाने की मंजूरी दी थी। इसके अलावा फिलिस्तीन के नेता यासिर अराफात, इजरायल के पूर्व प्रधानमंत्री यित्जाक रॉबिन, यूरोपीय संघ (EU) और इथियोपिया के पूर्व प्रधानमंत्री अबी अहमद अली का पुरस्कार विवादित रहा है।