हमास ने युद्ध विराम के लिए इजरायल की नई शर्तों को ठुकराया, क्या है विवाद?
फिलिस्तीन के सशस्त्र संगठन हमास ने इजरायल की ओर से युद्ध विराम समझौते के लिए रखी गई नई शर्तों को ठुकरा दिया है। गाजा युद्ध विराम वार्ता मिस्र के काहिरा में आयोजित की गई थी। इससे अमेरिका समर्थित नवीनतम प्रयास में सफलता की संभावनाओं पर और संदेह पैदा हो गया है। हमास का कहना है कि वह 2 जुलाई की शर्तों पर सहमत है। मध्यस्थों से मुलाकात करने के बाद हमास का एक प्रतिनिधिमंडल रविवार को काहिरा से रवाना हुआ।
क्या है 2 जुलाई की शर्तें?
हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य इज्जत अल-रिश्क ने बताया कि काहिरा में उनके प्रतिनिधिमंडल ने मांग की कि इजरायल 2 जुलाई के उन समझौतों का पालन करें जो अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अपने भाषण में कहा था और जिसे संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव का समर्थन प्राप्त था। हमास ने यह भी कहा कि किसी भी समझौते में गाजा निवासियों की अपने घरों में वापसी की स्वतंत्रता, राहत, पुनर्निर्माण, तथा बंदी-कैदी विनिमय समझौता शामिल होना चाहिए।
इजरायल की प्रस्तावित नई शर्तें क्या है?
अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता से हुई वार्ता में मुख्य मुद्दा फिलाडेल्फिया कॉरिडोर में इजरायल की उपस्थिति है, जो मिस्र के साथ गाजा की दक्षिणी सीमा पर 14.5 किमी लंबा संकीर्ण भूभाग है। हमास के वरिष्ठ अधिकारी ओसामा हमदान ने एक टीवी चैनल को कहा कि इजरायल की नई शर्तें उन शर्तों के स्थान पर है, जिसमें वह पहले सहमत हुआ था। इजरायल पुरानी शर्त नहीं मानेगा। हमास ने शांति वार्ता में रूकावट के लिए इजरायल को दोषी ठहराया।