
नवाज शरीफ अगले महीने लौट सकते हैं पाकिस्तान, आम चुनाव लड़ेंगे- रिपोर्ट
क्या है खबर?
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अगले महीने अपने देश वापस लौट सकते हैं। पाकिस्तानी अखबार द डॉन ने सूत्रों के हवाले से यह दावा किया है।
बतौर रिपोर्ट्स, पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सर्वोच्च नेता शरीफ ने लंदन में पार्टी कार्यकर्ताओं से बात करते हुए पाकिस्तान लौटने के संकेत दिए।
2017 में पाकिस्तान की सत्ता से बेदखल हुए शरीफ पिछले 4 वर्षों से लंदन में निर्वासित जीवन जी रहे हैं।
रिपोर्ट
रिपोर्ट में क्या कहा गया है?
द डॉन के मुताबिक, बैठक में PML-N के कार्यकर्ता शरीफ की वापसी की तैयारी के लिए काफी उत्सुक दिखाई दिए।
रिपोर्ट के मुताबिक, शरीफ ने बैठक के दौरान कहा कि उन्हें मौजूदा आर्थिक संकट के बीच अपने वोट बैंक और समर्थकों के साथ जुड़ने के लिए वापस पाकिस्तान लौटना होगा।
पिछले महीने पूर्व प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी दावा किया था कि उनके बड़े भाई नवाज पाकिस्तान लौटकर चुनाव में पार्टी का नेतृत्व करेंगे।
मामला
2019 से लंदन में रह रहे हैं शरीफ
बता दें कि शरीफ नवंबर, 2019 से लंदन में रह रहे हैं।
पाकिस्तान की सुप्रीम कोर्ट ने पनामा पेपर मामले में लगे आरोपों के बाद शरीफ को प्रधानमंत्री के पद से हटा दिया था और उनके चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी।
इसके बाद उन्हें 2018 में अल-अजीजिया मिल्स के मामले में दोषी ठहराया गया था और 7 वर्ष जेल की सजा सुनाई गई थी।
हालांकि, शरीफ स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत पर लंदन चले गए थे।
चुनाव
पाकिस्तान में जल्द होने हैं आम चुनाव
पिछले महीने 9 अगस्त को पाकिस्तान की नेशनल असेंबली भंग होने के 90 दिनों के अंदर पाकिस्तान में आम चुनाव होने हैं।
शहबाज शरीफ ने असेंबली का कार्यकाल खत्म होने से पहले इसे भंग करने की घोषणा की थी, जिसके बाद कार्यवाहक प्रधानमंत्री को नियुक्त किया गया था।
पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) प्रमुख इमरान खान जेल में बंद हैं और ऐसे में शरीफ की पार्टी चाहेगी कि वह इन चुनावों में जीत हासिल कर सके।
परिचय
न्यूजबाइट्स प्लस
73 वर्षीय नवाज शरीफ 3 बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके हैं। शरीफ सबसे पहली बार 1980 से 1983 तक देश के प्रधानमंत्री रहे थे।
इसके बाद वह 1997 से 1999 तक प्रधानमंत्री रहे थे, जब पाकिस्तान सेना के तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ ने उन्हें सत्ता से बेदखल कर निर्वासित कर दिया था।
शरीफ अपने तीसरे और अंतिम कार्यकाल में 2013 से 2017 तक देश की सत्ता पर काबिज रहे थे।