
#NewsBytesExplainer: कितने घातक हैं अमेरिका के B2 स्पिरिट बमवर्षक विमान और बंकर बस्टर बम?
क्या है खबर?
इजरायल और ईरान के बीच युद्ध में अमेरिका कूद चुका है। अमेरिका ने आज सुबह ईरान के 3 परमाणु ठिकानों नतांज, इस्फहान और फोर्दो पर हमला किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसकी जानकारी दी है। अमेरिका ने नतांज और इस्फहान पर हमले के लिए टॉमहॉक मिसाइलों और फोर्दो पर हमले के लिए B2 बमवर्षक विमान और बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया है। आइए B2 बमवर्षक विमान और बंकर बस्टर बमों के बारे में जानते हैं।
विमान
B2 स्पिरिट विमान के बारे में जानिए
B2 स्पिरिट विमान को अमेरिका के नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन ने बनाया है। इसे इतिहास के सबसे परिष्कृत और गुप्त विमानों में गिना जाता है। अब तक केवल 21 B2 स्पिरिट विमानों का निर्माण किया गया है, जिनमें से हर एक की कीमत करीब 17,000 करोड़ रुपये है। विमान की सबसे खास बात इसकी पक्षी जैसी डिजाइन और रडार को अवशोषित करने वाली सामग्री है, जिसकी वजह से रडार की पकड़ में आना लगभग असंभव है। इसे 2 पायलट उड़ाते हैं।
इस्तेमाल
1997 में अमेरिकी वायुसेना में शामिल हुए थे B2 विमान
B2 स्पिरिट विमान का निर्माण शीत युद्ध के दौरान शुरू हुआ था और 1997 में ये अमेरिकी वायुसेना में शामिल हुआ। 1999 में पहली बार इनका इस्तेमाल कोसोवो युद्ध में पारंपरिक हथियार गिराने के लिए किया गया था। बाद में इराक, अफगानिस्तान, लीबिया और यमन में भी इनसे हमले किए गए। फिलहाल अमेरिकी वायुसेना के पास 19 B2 स्पिरिट विमान है। एक विमान 2008 में, जबकि दूसरा 2022 में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
खासियत
क्या है B2 स्पिरिट विमान की खासियत?
71,000 किलोग्राम वजनी ये विमान टेक ऑफ के समय 1.71 लाख किलोग्राम वजन लेकर उड़ान भर सकता है। इसकी रेंज 12,000 किलोमीटर है, जिसे हवा में ही ईंधन भरकर और बढ़ाया जा सकता है। ये 18,000 किलोग्राम तक वजनी कई तरह के पारंपरिक और परमाणु हथियार लेकर उड़ने में सक्षम है। कहा जाता है कि ये दुनिया में कहीं भी किसी भी लक्ष्य को 24 घंटे में नष्ट कर सकता है।
बम
अब बंकर बस्टर बमों के बारे में जानिए
बंकर बस्टम बम का आधिकारिक नाम GBU-57 है। ये एक घातक बम है, जिसका इस्तेमाल जमीन के नीचे और मजबूत बंकरों के साथ सुरंगों को नष्ट करने में किया जाता है। केवल अमेरिका के पास ये बम हैं। अमेरिकी वायुसेना के अनुसार, इस तरह के एक बम की लंबाई लगभग 20.5 फीट, व्यास 31.5 इंच और वजन 13,000 किलोग्राम है। इन्हें बोइंग कंपनी ने बनाया है और ईरान में पहली बार इनका इस्तेमाल हुआ है।
तरीका
कैसे हमला करते हैं बंकर बस्टर बम?
इस बम को करीब 50,000 फीट ऊंचाई से गिराया जाता है। इससे पहले बम में लक्ष्य की जानकारी लोड कर दी जाती है। ऊंचाई से दागे जाने की वजह से बम को गतिज ऊर्जा मिलती है, जो इसे जमीन में गहराई तक जाने में सक्षम बनाती है। जमीन में जाते ही बम में लगा फ्यूजिंग सिस्टम सक्रिय हो जाता है और ये फट जाता है। बम का बाहरी हिस्सा बेहद मजबूत होता है, ताकि टकराने पर ये क्षतिग्रस्त न हो।
फोर्दो
अमेरिका ने बंकर बस्टर बम ही क्यों इस्तेमाल किए?
दरअसल, ईरान के फोर्दो परमाणु संयंत्र में जमीन के करीब 200 फीट नीचे सेंट्रीफ्यूज और मशीनें हैं। इन मशीनों को इजरायल या किसी अन्य देश के पारंपरिक बम नष्ट नहीं कर सकते। यही वजह है कि अमेरिका ने बंकर बस्टर बमों का इस्तेमाल किया है, क्योंकि ये जमीन के भीतर कई मीटर तक घुसकर लक्ष्य को नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। इन बमों को केवल B2 स्टील्थ बॉम्बर से ही दागा जा सकता है।