इजरायल और हिज्बुल्लाह के बीच युद्धविराम समझौता लागू, लेबनान में संघर्ष समाप्त
इजरायल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने लेबनान में ईरान समर्थित हिज्बुल्लाह के साथ युद्ध विराम समझौते को मंजूरी मिलने के बाद संघर्ष लगभग समाप्त हो गया है। यह जानकारी इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने दी है। बयान में कहा गया, "राजनीतिक-सुरक्षा कैबिनेट ने लेबनान में युद्ध विराम व्यवस्था के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को एक विरोधी के विरुद्ध 10 मंत्रियों के बहुमत से मंजूरी दे दी। इजरायल अमेरिका के योगदान की सराहना करता है।"
अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता से हुआ समझौता
युद्ध विराम के लिए यह समझौता अमेरिका और फ्रांस की मध्यस्थता में किया गया है, जो 27 नवंबर को सुबह 4 बजे से प्रभावी हो गया है और इससे युद्ध रुकने की उम्मीद है। इजरायल के अनुमोदन के बाद, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने एक संयुक्त बयान जारी किया। इसमें दोनों देशों ने समझौते को पूरी तरह से लागू करने के लिए इजरायल और लेबनान के साथ काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
इजरायल 60 दिनों में लेबनान से वापस लेगा सेना
संयुक्त बयान में कहा गया कि वे इस संघर्ष को हिंसा का एक और चक्र बनने से रोकने और लेबनानी सशस्त्र बलों के पुनर्निर्माण और आर्थिक विकास को समर्थन देने के प्रयासों के लिए भी प्रतिबद्ध हैं। समझौते के बाद जो बाइडन ने कहा कि इजरायल 60 दिन में धीरे-धीरे अपनी सेना वापस ले लेगा और लेबनान की सेना इजरायल के साथ अपनी सीमा के पास के क्षेत्र पर नियंत्रण कर लेगी। इजरायली सेना को दक्षिणी लेबनान से हटना होगा।
लेबनान ने क्या कहा?
राष्ट्रपति जो बाइडन की युद्ध विराम के समझौते के बाद लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से भी बात हुई। इससे पहले लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बौ हबीब ने कहा कि इजरायली सैनिकों की वापसी के बाद दक्षिणी लेबनान में 5,000 लेबनानी सैनिक तैनात किए जाएंगे। हबीब ने कहा कि इजरायली हमलों से नष्ट हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में अमेरिका भूमिका निभा सकता है। हिज़्बुल्लाह को लिटानी नदी के दक्षिण में सीमा पर अपनी सशस्त्र उपस्थिति समाप्त करनी होगी।
इजरायल और हमास की लड़ाई में कैसे कूदा लेबनान
7 अक्टूबर, 2023 को फिलिस्तीन के सशस्र समूह हमास ने इजरायल पर हमला कर कई लोगों को मारा और बंधक बनाया। इसके बाद से इजरायल लगातार गाजा पर बमबारी कर रहा, जिसमें 40 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। लेबनान में ईरान समर्थित सशस्र समूह हिज्बुल्लाह फिलिस्तीन के समर्थन में आ गया और उसने इजरायल पर हमला शुरू कर दिया। इससे इजरायल ने हमला कर हिजबुल्लाह के 7 कमांडर और 3,800 लोगों को मारा, जिसमें 16,000 घायल हैं।