
ब्रिटेन में महिला सहकर्मी का पीछा करना पड़ा भारी, भारतीय नागरिक को वापस भेजने की तैयारी
क्या है खबर?
ब्रिटेन में एक भारतीय नागरिक को एक महिला सहकर्मी का बार-बार पीछा करना भारी पड़ गया है। उनको वापस भेजने की तैयारी चल रही है। आरोपी केरल का 26 वर्षीय निवासी आशीष जोस पॉल है, जो लंदन चिड़ियाघर में कार्यरत है। उसे सहकर्मी का बार-बार पीछा करने पर चेतावनी दी चुकी है। डेली मेल के मुताबिक, पॉल को गिरफ्तार भी किया गया था। उसे छह महीने की जेल की सजा हुई थी और बाद में रिहा किया गया था।
घटना
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट के मुताबिक, पॉल कथित तौर पर एंग्लिया रस्किन विश्वविद्यालय (2022-2023) में लेखा और वित्त में मास्टर डिग्री की पढ़ाई कर रहे थे। इसके बाद ही वे लंदन चिड़ियाघर के कैफे में काम करते थे। यहां उनकी मुलाकात सहकर्मी लुटारुता मासिउलोनीटे से हुई। इसके बाद उन्होंने पिछले साल जुलाई से दिसंबर तक लगातार संदेश, फूल और चॉकलेट भेजा। लुटारुता ने पॉल से ऐतराज जताया और कहा कि वह असहज हैं। इसके बाद भी पॉल ने महिला को प्रस्ताव दिया।
कोशिश
पीड़िता से संपर्क के लिए 3 सिम कार्ड रखे
पॉल ने पीड़िता से बातचीत के लिए 3 सिम कार्ड रखे और दोस्त का फोन इस्तेमाल किया। पॉल की मां ने भी महिला से बात करने की कोशिश की। शिकायत के बाद पॉल को गिरफ्तार किया गया। हालांकि, उसे वेस्टमिंस्टर आने और चिड़ियाघर के 50 मीटर के दायरे में जाने पर रोक लगाते हुए जमानत मिल गई। पॉल फिर भी पीड़िता को परेशान करता रहा। इस दौरान उसे 3 बार गिरफ्तार किया गया।
सजा
सितंबर में पॉल के वीजा की अवधि समाप्त होगी
डेली मेल ने पीड़ित महिला के हवाले से बताया कि वह लंबे समय से हो रहे उत्पीड़न से थक चुकी हैं और लंदन में उन्हें डर और चिंता महसूस हो रही है। उनके दोस्त और परिवार सुरक्षा के लिए चिंतित हैं। बता दें कि पॉल का वीजा 13 सितंबर, 2025 को पूरा होने वाला है। ऐसे में कोर्ट में आरोपी को निर्वासन की आवश्यकताओं को पूरा करने को कहा है। वीजा न मिलने पर उसे भारत भेजा जा सकता है।