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ब्राजीली राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से की बात
ब्राजील के राष्ट्रपति लूला दा सिल्वा ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से 1 घंटे बात की (फाइल तस्वीर)

ब्राजीली राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री मोदी के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से की बात

लेखन गजेंद्र
Aug 12, 2025
11:23 am

क्या है खबर?

अमेरिका से टैरिफ विवाद के बीच ब्राजील के राष्ट्रपति लुईस इनासियो लूला दा सिल्वा का BRICS देशों के प्रमुख नेताओं से बात करने का क्रम जारी है। अब उन्होंने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से फोन पर लंबी बातचीत की है। लूला ने एक्स पर बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि करीब 1 घंटे तक चली बातचीत में दोनों ने द्विपक्षीय संबंधों के अलावा G-20 और BRICS, वर्तमान अंतरराष्ट्रीय स्थिति और रूस-यूक्रेन युद्ध पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

बातचीत

क्या हुई बातचीत?

लूला ने लिखा, 'हम बहुपक्षवाद की रक्षा में G-20 और BRICS की भूमिका पर सहमत हुए। मैंने COP-30 की सफलता और जलवायु परिवर्तन से निपटने में चीन की भूमिका पर जोर दिया। राष्ट्रपति शी ने संकेत दिया कि बेलेम में चीन का प्रतिनिधित्व एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल करेगा और वह सम्मेलन की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ब्राजील के साथ मिलकर काम करेंगे।' बताया जा रहा है कि कॉल की तैयारी कई दिनों से चल रही थी।

चर्चा

द्विपक्षीय व्यापार को लेकर भी चर्चा हुई

लूला ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रपति शी के साथ द्विपक्षीय रणनीतिक साझेदारी पर भी चर्चा की। दोनों देशों ने स्वास्थ्य सेवा, तेल एवं गैस, डिजिटल अर्थव्यवस्था और उपग्रहों जैसे क्षेत्रों में सहयोग के दायरे का विस्तार करने के लिए प्रतिबद्धता जताई है। दोनों अर्थव्यवस्थाओं के बीच नए व्यावसायिक अवसरों की पहचान जारी रखने की अपनी इच्छा पर भी जोर दिया है। बता दें, ब्राजील चीन को सोयाबीन, लौह अयस्क और तेल की बिक्री के मामले में बड़ा बाजार मानता है।

मायने

मोदी और पुतिन के बाद शी से बातचीत, क्या है मायने?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप सभी देशों पर टैरिफ थोप रहे हैं, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका वाला BRICS समूह भी है। वे BRICS को अमेरिका के खिलाफ साजिश बता चुके हैं। इसी कारण पिछले दिनों लूला ने टैरिफ पीड़ित भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बात की। यह बातचीत BRICS देशों के रुख को एक-समान बनाने के व्यापक कूटनीतिक प्रयास का हिस्सा है। लूला ट्रंप के प्रति अपनी कड़वाहट जाहिर कर चुके हैं।