अमेरिका: सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन लेने को तैयार हैं बाइडन, ओबामा, बुश और क्लिंटन
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडन और बराक ओबामा समेत कई पूर्व राष्ट्रपतियों ने सार्वजनिक तौर पर कोरोना वायरस वैक्सीन की खुराक लेने की बात कही है। ओबामा, जॉर्ज डब्ल्यू बुश और बिल क्लिंटन ने कहा कि वो लोगों में वैक्सीन को लेकर भरोसा पैदा करने के लिए कैमरे के सामने इसकी खुराक लेने को तैयार हैं। गौरतलब है कि अमेरिका कोरोना वायरस से सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है और यहां 2.7 लाख मौतें हो चुकी हैं।
टीवी पर या कैमरे के सामने वैक्सीन लेने को तैयार- ओबामा
ओबामा ने एक इंटरव्यू में कहा कि अगर अमेरिका के शीर्ष महामारी विशेषज्ञ डॉक्टर एंथनी फाउची किसी वैक्सीन को हरी झंडी दिखाते हैं तो वो इसकी खुराक लेने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अगर फाउची कहते हैं कि यह वैक्सीन सुरक्षित और इसे लिया जा सकता है तो वो इसकी खुराक ले लेंगे। उन्होंने कहा, "मैं इसे टीवी पर या कैमरे के सामने लेने को तैयार हूं ताकि लोगों को पता चले कि मैं विज्ञान पर भरोसा करता हूं।"
वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने में मदद को तैयार बुश
ओबामा की इस टिप्पणी के बाद बुश के स्टाफ के प्रमुख फ्रेडी फोर्ड ने कहा कि पूर्व राष्ट्रपति भी वैक्सीनेशन को बढ़ावा देने में मदद करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "सबसे पहले वैक्सीन को सुरक्षित होना होगा और उसके बाद प्राथमिक समूह वाले लोगों को इसकी खुराक मिलनी चाहिए। उसके बाद राष्ट्रपति बुश इसकी खुराक लेने के लिए लाइन में लगेंगे। वो कैमरे के सामने भी ऐसा खुशी-खुशी करने को तैयार हैं।"
बिल क्लिंटन भी सार्वजनिक तौर पर खुराक लेने को तैयार
वहीं एक और पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने भी सार्वजनिक तौर पर वैक्सीनेशन की इच्छा जाहिर की है। उनकी प्रेस सचिव एंजेल उरेना ने कहा कि वो टेलीविजन पर वैक्सीन की खुराक लेने को तैयार हैं।
बाइडन बोले- अमेरिकियों को भरोसा दिलाना जरूरी
तीन पूर्व राष्ट्रपतियों के खुराक लेने के आगे आने के फैसले पर भावी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने उदाहरण पेश कर दिया है कि क्या करना चाहिए। इसके साथ-साथ बाइडन ने भी सार्वजनिक तौर पर वैक्सीन की खुराक लेने की बात कही है। उन्होंने कहा कि वो डॉक्टर एंथनी फाउची के कहने पर खुराक लेने को तैयार हैं। अमेरिकियों को यह बताना जरूरी है कि यह पूरी तरह सुरक्षित है।
अमेरिका में जल्द उपलब्ध हो सकती है वैक्सीन
अमेरिका जल्द ही फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना की वैक्सीन को हरी झंडी दिखा सकता है। दोनों कंपनियों ने वैक्सीन के आपात इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन कर दिया है। माना जा रहा है कि अगले हफ्ते इसकी मंजूरी मिलते ही वैक्सीनेशन का काम शुरू हो जाएगा। अमेरिका अगले साल फरवरी के अंत तक 10 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने के लक्ष्य के साथ तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटा हुआ है।
अमेरिका और दुनिया में क्या है संक्रमण का हाल?
जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के मुताबिक, कोरोना वायरस से दुनिया के सर्वाधिक प्रभावित देश अमेरिका में अब तक 1.41 करोड़ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से 2.76 लाख लोगों की इस खतरनाक वायरस के कारण मौत हो चुकी है। वहीं अगर पूरी दुनिया की बात करें तो 6.52 करोड़ लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 15 लाख से ज्यादा को इस वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है।