कनाडा: हिंदू मंदिर प्रमुख के बेटे के घर पर हमला, 11 गोलियां चलाई गई
कनाडा के सरे में हिंदू मंदिर प्रमुख के बेटे के घर पर हमला हुआ है। इस हमले में 11 गोलियां चलाई गईं हैं। इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि यह इलाका खालिस्तानी कट्टरपंथियों का अड्डा माना जाता है। इससे पहले सितंबर में भी कनाडा के टोरंटो में एक बड़े हिंदू मंदिर को नुकसान पहुंचाने का मामला सामने आया था। आरोपियों ने मंदिर की दीवारों पर भारत विरोधी नारे लिखे थे।
कब और कैसे हुआ हमला?
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला 27 दिसंबर की सुबह लगभग 8:03 बजे 80 एवेन्यू के 14900 ब्लॉक में हुआ। सरे रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) के एक बयान के अनुसार, जिस घर पर हमला हुआ है वह लक्ष्मी नारायण मंदिर के प्रमुख सतीश कुमार के बड़े बेटे का है। हालांकि, गोलीबारी में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन घर को नुकसान हुआ। पुलिस कई घंटों तक घटनास्थल पर रही, सबूतों की जांच की और गवाहों से बात की।
जांच में जुटी RCMP पुलिस
पुलिस CCTV कैमरे फुटेज के लिए आसपास के इलाकों की जांच कर रही है। सरे RCMP जनरल इन्वेस्टिगेशन यूनिट ने जांच अपने हाथ में ले ली है और अधिकारी हमले के पीछे के मकसद का पता लगाने के लिए काम कर रहे हैं।
मंदिर प्रमुख ने कहा- पहले भी 3 बार हुआ है हमला
मंदिर प्रमुख सतीश ने इंडिया टुडे को बताया कि उनके बेटे के घर पर हमला किया गया और कम से कम 11 राउंड फायरिंग की गई। उन्होंने कहा, "मैं यह नहीं कह सकता कि (हमला) खालिस्तानियों द्वारा किया गया था या किसी जबरन वसूली करने वाले ने किया था। पुलिस मामले की जांच कर रही है।" सतीश ने बताया कि मंदिर को पहले भी 3 बार कथित तौर पर खालिस्तानियों ने निशाना बनाया था।
इसी शहर में हुई थी आतंकी निज्जर की हत्या
इसी शहर के गुरुद्वारे के पास खालिस्तानी संगठन खालिस्तान टाइगर फोर्स (KTF) के प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की हत्या हुई थी। दरअसल, 2 अज्ञात हमलावरों ने सरे स्थित गुरु नानक सिख गुरुद्वारा के परिसर में निज्जर को गोली मार दी थी जिससे उसकी मौत हो गई। इस हत्या के आरोप कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भारत सरकार पर लगाए थे, लेकिन अब तक कनाडा इस मामले में कोई सबूत नहीं सौंप सका है।
टोरंटो में भी बड़े हिंदू मंदिर को पहुंचाया गया था नुकसान
इससे पहले सितंबर में खालिस्तानी आतंकियों ने टोरंटो स्थित प्रसिद्ध स्वामीनारायण मंदिर की दीवारों पर "हिंदुस्तान मुर्दाबाद" और "खालिस्तान जिंदाबाद" जैसे भारत विरोधी नारे लिखे गए थे। भारत ने इस घटना पर आपत्ति जताई थी और कनाडा से दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी। कनाडा के भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्या ने तब कहा था कि हालिया समय कई हिंदू मंदिरों को ऐसे ही कट्टरपंथियों द्वारा निशाना बनाया जा रहा है।