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भारत पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले के खिलाफ हैं 53 प्रतिशत अमेरिकी मतदाता, सर्वेक्षण में खुलासा
भारत पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले के खिलाफ हैं अधिकतर अमेरिकी मतदाता

भारत पर टैरिफ बढ़ाने के फैसले के खिलाफ हैं 53 प्रतिशत अमेरिकी मतदाता, सर्वेक्षण में खुलासा

Aug 12, 2025
12:09 pm

क्या है खबर?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा अमेरिकी मतदाताओं को भी पसंद नहीं आ रही है। अमेरिका स्थित एक थिंक टैंक द्वारा किए गए सर्वेक्षण में पाया गया है कि अमेरिका को रूस से तेल आयात करने के कारण भारत पर टैरिफ नहीं लगाना चाहिए था। बता दें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत के रूस से तेल आयात करने का हवाला देते हुए टैरिफ को 50 प्रतिशत करने का ऐलान किया था।

प्रतिक्रिया

अमेरिका के 53 प्रतिशत मतदाता फैसले के खिलाफ

डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट द्वारा किए गए इस सर्वेक्षण में 3 से 5 अगस्त के बीच 1,500 अमेरिकी मतदाताओं से बात की गई थी। इसमें 53 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने राष्ट्रपति ट्रंप के फैसले को गलत करार दिया है, जबकि 43 प्रतिशत मतदाता इसके पक्ष में रहे हैं। इसके अलावा, 4 प्रतिशत असमंजस में रहे। नए टैरिफ अमेरिका के लिए अच्छे या बुरे के सवाल पर मतदाताओं की राय बराबर रही। 44 प्रतिशत ने इसे अच्छा और 44 प्रतिशत ने बुरा बताया।

बयान

लोगों ने दी आश्चर्यजनक प्रतिक्रिया- बाशम

डेमोक्रेसी इंस्टीट्यूट के संस्थापक निदेशक और प्रमुख सर्वेक्षणकर्ता पैट्रिक बाशम ने कहा, "सिद्धांततः संरक्षणवादी टैरिफ के प्रति अमेरिकी मतदाताओं के मजबूत समर्थन को देखते हुए भारत के मामले में लोगों की प्रतिक्रिया काफी आश्चर्यजनक है।" उन्होंने कहा, "हालांकि अमेरिकी औद्योगिक नीति के रूप में ट्रंप के टैरिफ के समर्थन में दृढ़ हैं, लेकिन वे अपने सहयोगियों पर भू-राजनीतिक निर्णयों का लाभ उठाने के लिए टैरिफ के बढ़ते उपयोग से प्रभावित नहीं हैं।"

चिंता

भारत में अमेरिका की छवि को लेकर भी चिंतित नजर आए लोग

सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, 53 प्रतिशत मतदाता भारत और उसके लोगों में अमेरिका की छवि को लेकर भी चिंतित नजर आए हैं। हालांकि, 34 प्रतिशत को इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। इसी तरह 64 प्रतिशत मतदाताओं का मानना था कि वैश्विक स्तर पर भारत का बढ़ता आर्थिक प्रभाव एक अच्छी बात है, जबकि 29 प्रतिशत इसे अच्छा नहीं मानते हैं। इसी तरह 3 प्रतिशत को भारत के प्रभाव से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

सहयोगी

प्रधानमंत्री मोदी को विश्वसनीय सहयोगी मानते हैं 59 प्रतिशत अमेरिकी मतदाता

सर्वेक्षण के अनुसार, अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक सफल सरकार संचालक और एक विश्वसनीय सहयोगी के रूप में देखा गया हैं। सर्वे में शामिल लोगों में से 59 प्रतिशत लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी को अमेरिका के लिए अच्छा नेता करार दिया, जबकि 38 प्रतिशत से उन्हें देश हित के लिए खराब बताया है। इसी तरह 3 प्रतिशत ने मिश्रित प्रतिक्रिया दी है। ऐसे में साफ है कि अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी की छवि अच्छी है।

खिलाफत

भारतीयों के लिए H-1B वीजा बंद करना चाहते हैं अमेरिकी नागरिक

सर्वेक्षण में भारत के नजरिए से एकमात्र नकारात्मक प्रतिक्रिया H-1B वीजा के एक सवाल पर थी। भारतीय नागरिकों के लिए H-1B वीजा चालू या बंद रखने के सवाल पर 61 प्रतिशत मतदाताओं ने इसे बंद करने का समर्थन किया है, जबकि 36 प्रतिशत से इसे बहाल करने की आवश्यकता बताई है। बता दें कि वर्तमान में H-1B के के तहत लाखों उच्च कुशल भारतीय श्रमिक अमेरिकी व्यवसायों में कार्यरत हैं, जो वहां के नागरिकों को खटकता है।

घोषणा

ट्रंप ने टैरिफ को लेकर क्या की थी घोषणा?

राष्ट्रपति ट्रंप ने 1 अगस्त को भारत के रूस से तेल खरीदने पर नाराजगी जताते हुए 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की थी। उन्होंने भारत पर जुर्माना लगाने की भी धमकी दी थी। हालांकि, उसके बाद भी भारत ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इससे गुस्साए राष्ट्रपति ट्रंप ने 6 अगस्त को भारत पर 25 प्रतिशत और टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह टैरिफ अब 27 अगस्त से लागू किया जाएगा।