
बांग्लादेश में मंदिरों पर हमले के बाद अब हिंदुओं के 29 घरों को लगाई आग
क्या है खबर?
बांग्लादेश में एक दुर्गा पूजा पंडाल में कुरान के अपमान की अफवाह फैलने के बाद हिंदुओं के खिलाफ भड़की हिंसा अभी भी थमने का नाम नहीं ले रही है।
हिंदू मंदिरों पर हमले के बाद अब प्रदर्शनकारियों ने रविवार रात को हिंदुओं के 29 घरों को आग के हवाले कर दिया।
सूचना पर दमकल लेकर पहुंची पुलिस ने आग पर काबू पाया। हालांकि, घटना में किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है। आरोपियों की तलाश जारी है।
पृष्ठभूमि
कैसे हुई थी हिंसा की शुरुआत?
दरअसल, बुधवार को वायरल हुई एक फेसबुक पोस्ट में हिंदू देवता के घुटने पर कुरान के रखे होने की फोटो नजर आ रही थी।
उसके बाद गुरूवार को दुर्गा पूजा के दौरान उग्र भीड़ ने कई पंडालों और हिंदू मंदिरों को नुकसान पहुंचाया था।
इनमें से ज्यादातर हमले राजधानी ढाका से 100 किलोमीटर दूर कोमिल्ला और बेगमगंज में हुए थे और इन हमलों में छह लोग मारे गए थे। देश के 22 जिलों में अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।
विरोध
बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने जताया था विरोध
घटना के बाद बांग्लादेश हिंदू यूनिटी काउंसिल ने ट्विटर पर लिखा था, 'बांग्लादेश के इतिहास में एक अपमानजनक दिन। कई मंडपों को नुकसान पहुंचाया गया। अष्टमी के दिन प्रतिमा विसर्जन किया गया। हिंदू अब पूरा मंडपों की रक्षा कर रहे हैं। पूरी दुनिया खामोश बैठी है। मां दुर्गा हिंदुओं का भला करे। कभी नहीं भूलेंगे।'
अगले ट्वीट में लिखा था कि आगे पता नहीं क्या होगा पर बांग्लादेश के हिंदू इस दिन को कभी नहीं भूलेंगे।
बयान
हसीना ने हमलों को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए दिया था कार्रवाई का भरोसा
इन हमलों पर प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा था कि कोमिल्ला में हुए हमले की जांच होगी और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। ये कोई मायने नहीं रखता कि दोषी किस धर्म का है। दोषियों को पकड़ा जाएगा और उन्हें सजा मिलेगी।
इसी तरह उन्होंने कहा था कि यह तकनीक का जमाना है और आरोपी जरूर पकड़े जाएंगे। दोषियों को ऐसी सजा मिलेगी कि याद रहेगी और भविष्य में कोई भी दोबारा ऐसा करने की हिम्मत नहीं करेगा।
आगजनी
प्रदर्शनकारियों ने रंगपुर जिले में 29 घरों को लगाई आग
प्रधानमंत्री हसीना की चेतावनी के बाद भी कट्टरपंथियों पर असर नहीं पड़ा और रविवार रात को उन्होंने राजधानी ढाका से करीब 255 किलोमीटर दूर रंगपुर जिले के पीरगंज स्थित एक गांव में हिंदुओं के 29 घरों को आग के हवाले कर दिया।
पुलिस अधीक्षक (SP) मोहम्मद कमरुज्जमां ने कहा कि कट्टरपंथियों ने 29 घर, दो रसोई, दो खलिहान और 20 घास के ढेर को आग लगा दी। पुलिस ने करीब सात घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
जानकारी
पुलिस ने दर्जनों लोगों को किया गिरफ्तार
SP कमरुज्जमां ने बताया कि आगजनी में कोई हताहत नहीं हुआ है। कमिला, चांदपुर, चट्टोग्राम, कॉक्स बाजार, बंदरबन, मौलवीबाजार, गाजीपुर में पुलिस और हमलावरों के बीच झड़पे हुई हैं। सांप्रदायिक हिंसा में अब तक दर्जनों लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका हैं।
समर्थन
ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों ने किया हमलों का विरोध करने वालों का समर्थन
NDTV के अनुसार, सोमवार को ढाका यूनिवर्सिटी के छात्रों के एक समूह ने मंदिरों, पूजा स्थलों और हिंदू समुदाय के घरों पर हमलों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे धार्मिक समूहों का समर्थन किया।
प्रदर्शनकारियों ने अल्पसंख्यक समूहों से संबंधित मामलों को संभालने के लिए एक अलग मंत्रालय के गठन का आह्वान किया है।
यूनिवर्सिटी के छात्रों का कहना था कि देश में अल्पसंख्यक हिंदुओं के साथ इस तरह के बर्ताव को बर्दास्त नहीं किया जा सकता है।
हमले
बांग्लादेश में नौ सालों में हिंदुओं पर हुए 3,679 हमले
बांग्लादेश के प्रमुख अधिकार समूह एन ओ सलीश केंद्र (ASK) के हवाले से कहा कि जनवरी 2013 से सितंबर 2021 के बीच अल्पसंख्यक हिंदू समुदाय पर 3,679 हमले हुए।
इसमें कहा गया है कि हमलों में हिंदू समुदाय के 559 घरों और 442 दुकानों को आग लगाई गई। इसी तरह हिंदू मंदिरों और पूजा स्थलों पर तोड़फोड़ और आगजनी के 1,678 मामले सामने आए।
इन घटनाओं में 11 हिंदुओं की मौत हुई है और 862 घायल हुए हैं।