महिला ने खुद को बताया पार्वती, भगवान शिव से शादी करने भारत-चीन सीमा पहुंची
अमूमन लोग शादीशुदा जोड़े को मां पार्वती और भगवान शिव कह देते हैं, लेकिन भारत और चीन की सीमा पर प्रतिबंधित क्षेत्र में रह रही एक महिला का दावा है कि वह असल में "मां पार्वती" है और वह कैलाश पर्वत पर रहने वाले "भगवान शिव" से विवाह करेंगी। सुनने में यह बात भले ही आपको अजीब लगे, लेकिन यह सच है और महिला को भारत-चीन सीमा से हटाने में पुलिस भी नाकाम हो गई है। आइए जानें पूरी खबर।
लखनऊ की रहने वाली है महिला
हरमिंदर कौर नाम की यह महिला उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली है, जो भारत-चीन सीमा के पास नाभिढांग के एक प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध रूप से रह रही है। महिला का दावा है कि वह 'देवी पार्वती' का अवतार है और कैलाश पर्वत पर रहने वाले 'भगवान शिव' से शादी करेगी। हालांकि, जब पिथौरागढ़ (उत्तराखंड) की पुलिस को हरमिंदर का पता चला तो उनकी एक टीम उसे वहां से हटाने की कोशिश की और नाकाम हो गई।
महिला को सीमा से हटाने में क्यों नाकाम हुई पुलिस?
NDTV के मुताबिक, पिथौरागढ़ के SP लोकेंद्र सिंह ने कहा, "प्रतिबंधित क्षेत्र से हरमिंदर कौर को हटाने गई एक पुलिस टीम को निराश होकर लौटना पड़ा क्योंकि उसने धमकी दी कि अगर उन्होंने उसे ले जाने पर जोर दिया तो वह आत्महत्या कर लेगी। हालांकि, हमने उसे जबरन धारचूला लाने के लिए एक बड़ी टीम भेजने का फैसला किया है।" महिला को वापस लाने के लिए दो उप निरीक्षकों और एक निरीक्षक की तीन सदस्य पुलिस टीम भेजी गई थी।
अब महिला को हटाने जाएगी पुलिस की बड़ी टीम
SP ने बताया, "उत्तर प्रदेश के अलीगंज इलाके की रहने वाली महिला SDM धारचूला (उत्तराखंड) से 15 दिन की अनुमति पर अपनी मां के साथ गूंजी गई थी, लेकिन 25 मई को उसकी अनुमति समाप्त होने के बाद भी प्रतिबंधित क्षेत्र छोड़ने से इनकार कर दिया।" अब महिला को वापस लाने के लिए शुक्रवार को चिकित्सा कर्मियों सहित 12 सदस्यीय एक बड़ी पुलिस टीम भेजने की योजना बनाई गई है। बता दें कि गूंजी कैलाश-मानसरोवर के रास्ते में है।
मानसिक रूप से बीमार है महिला
ऐसा कहा जा रहा है कि महिला मानसिक रूप से स्थिर नहीं है क्योंकि वह दावा करती है कि वह देवी पार्वती का अवतार है और कैलाश पर्वत के भगवान शिव से शादी करने आई है।