23 साल से सिर्फ क्रिस्प सैंडविच खा रही थी यह लड़की, बीमारी के बाद छोड़ा
क्या है खबर?
अगर हमें खान-पान की कोई चीज पसंद होती है तो उसे बार-बार खाना पसंद करते हैं, लेकिन जरा सोचिए कि अगर कोई इंसान 23 साल से ब्रेकफास्ट, लंच और डिनर में सिर्फ एक ही चीज खा रहा हो तो?
आपको जानकर हैरानी होगी कि ब्रिटेन की रहने वाली 25 वर्षीय जो सैडलर ने अपनी जिंदगी के 23 साल सिर्फ और सिर्फ क्रिस्प सैंडविच खाकर गुजार दिए हैं।
आइए जानें पूरी खबर।
मामला
दो साल की उम्र से ही क्रिस्प सैंडविच खाती रही है सैडलर
सैडलर को महज दो साल की उम्र से ही क्रिस्प सैंडविच का स्वाद इस कदर पसंद आया कि वो 23 साल से लगातार इनके अलावा कुछ और खाती ही नहीं थी।
ऐसा नहीं है कि सैडलर को खाने की अन्य चीजों से एलर्जी है, बल्कि केवल क्रिस्प सैंडविच ही उनकी पसंदीदा खाने की चीज है।
वह हर दिन नाश्ते से लेकर डिनर तक केवल प्याज और चीज के स्वाद वाले चिप्स से बना क्रिस्प सैंडविच खाती आ रही हैं।
खतरनाक
क्रिस्प सैंडविच का लगातार सेवन सैडलर के लिए हुआ खतरनाक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सैडलर के माता-पिता ने उन्हें अन्य चीजें खिलाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे।
हालात ये थे कि वह त्योहारों पर भी सिर्फ क्रिस्प सैंडविच ही खाती थीं।
हालांकि, इसके लगातार सेवन से सैडलर मल्टीपल स्केलेरोसिस नामक बीमारी से ग्रस्त हो चुकी हैं, जिसमें जंक फूड खाना उसके लिए बेहद खतरनाक है।
इसलिए अब हिप्नोथेरपिनिस्ट डेविड की मदद से सैडलर को अन्य खाने की चीजों का स्वाद दिलाया जा रहा है।
बयान
थेरेपी के जरिए अलग-अलग चीजें खा रही है सैडलर- डेविड
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, सैडलर थेरेपी के जरिए अपनी डाइट को हेल्दी बनाने की कोशिश कर रही हैं।
डेविड ने बताया, "अब सैडलर कुछ फल और सब्जियां खाने लगी है। दो-दो घंटे के सेशन के बाद वह नई-नई चीजें खाने की कोशिश करती है।"
उन्होंने यह भी बताया कि सैडलर एक डिसऑर्डर की शिकार हैं, जिसे नियोफोबिया भी कहते हैं। इससे ग्रसित लोग सिर्फ एक तरह की चीजें खाते हैं क्योंकि उन्हें अन्य चीजें खाने से डर लगता है।
बीमारी
क्या है मल्टीपल स्केलेरोसिस?
मल्टीपल स्केलेरोसिस (Multiple Sclerosis) एक ऐसी बीमारी है, जिससे ग्रस्त व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता नसों के सुरक्षात्मक कवच को खा जाती है।
इसके कारण नसों को काफी नुकसान पहुंच सकता है, जिसके चलते नसें मस्तिष्क और शरीर के बीच के संचार को बाधित करती हैं।
बता दें कि देखने में असुविधा होना, शारीरिक संतुलन में कमी, बोलने में दिक्कत होना, ध्यान केंद्रित करने मे कठिनाई महसूस करना और शरीर में कमजोरी आना आदि इसी बीमारी के मुख्य लक्षण हैं।