ट्रिपलेट ने बनाया सबसे अधिक समय से पहले जन्म और सबसे कम वजन के लिए रिकॉर्ड
समय से पहले जन्म लेने वाले बच्चे आमतौर पर छोटे होते हैं और अन्य नवजात शिशुओं की तुलना में कम वजन के होते हैं। ऐसे में उनके जीवित रहने के अवसर कम हो जाते हैं। यूनाइटेड किंगडम निवासी मिशेला व्हाइट ने भी 2 साल पहले प्रीमैच्योर ट्रिपलेट को जन्म दिया था। हालाांकि, ट्रिपलेट ने इस साल अपना दूसरा जन्मदिन मनाया जिसके बाद उन्होंने सबसे अधिक समय से पहले जन्म और सबसे कम वजन का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है।
क्या है मामला?
ब्रिस्टल की मिशेला ने 14 फरवरी, 2021 को सिजेरियन सेक्शन से रूबी-रोज, पायटन-जेन और पोर्शा-मे हॉपकिंस नामक 3 ट्रिपलेट को जन्म दिया। ये ट्रिपलेट 22 सप्ताह और 5 दिनों की गर्भकालीन आयु में ही पैदा हुए थे, यानी उनकी डिलवीरी निर्धारित तारीख से 121 दिन पहले हुई। जन्म के समय तीनों बच्चों का कुल वजन सिर्फ 1.284 किलोग्राम था। हालांकि, अब जन्म के 2 साल बाद ट्रिपलेट ने प्रीमैच्योर जन्म और कम वजन होने के 2 गिनीज रिकॉर्ड बनाए हैं।
डिजीगॉटिक ट्रिपलेट हैं तीनों बहनें
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पायटन-जेन और पोर्शा-मे समरूप जुड़वां हैं, जबकि रूबी-रोज की अलग आनुवंशिक बनावट है। इस कारण तीनों बहनें डिजीगॉटिक ट्रिपलेट हैं। बता दें कि प्रीमैच्योर जन्म के कारण तीनों बच्चों के जीवित रहने के अवसर बहुत कम थे। इस कारण उन्हें साउथमीड अस्पताल में नियोनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट में विशेष देखभाल के लिए रखा गया था। ट्रिपलेट ने वहां करीब 216 दिन बिताए और उसके बाद वह स्वस्थ होकर अपने घर चले गए।
डॉक्टर भी नहीं दे पा रहे थे बच्चों के जीवित रहने का आश्वासन- मिशेला
मिशेला ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉडर्स को बताया कि ट्रिपलेट के जन्म के समय चिकित्सा कर्मचारियों द्वारा ऑक्सीजन प्रदान करने से पहले उसके तीनों बच्चे 10 सेकंड के लिए स्वतंत्र रूप से सांस लेने में कामयाब थे। उन्होंने आगे कहा, "इसके बावजूद अगले 72 घंटे महत्वपूर्ण थे क्योंकि डॉक्टर भी बच्चों के जीवित रहने का कोई आश्वासन नहीं दे पा रहे थे। हालांकि, तीनों बच्चे 3 दिनों तक जीवित रहे और अब उन्होंने 2 साल पूरे कर लिए हैं।"
तीनों बच्चियों में से दो को चलने-फिरने में होती है परेशानी
रिपोर्ट्स के मुताबिक, तीनों बहनों में सेरेब्रल पाल्सी की अलग-अलग डिग्री हैं। सबसे पहले जन्मी रूबी-रोज आराम से खा-पी सकती हैं और स्वतंत्र रूप से चल भी सकती हैं। वहीं पोर्शा-मे और पायटन-जेन दोनों को चलने-फिरने में परेशानी होती है और उन्हें एक ट्यूब के माध्यम से खाना खिलाने की जरूरत होती है। बता दें कि अब हॉपकिंग परिवार समय से पहले बच्चे पैदा होने और मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के लिए टिक-टॉक पर वीडियो बनाते हैं।