इस घड़ी में लगे हैं उल्कापिंडों के टुकड़े, गिनीज बुक में हुई शामिल
आसमान में कई बार उल्कापिंड जैसा विशाल आग का गोला देखा गया है, जिसके विस्फोट से उसके छोटे-छोटे टुकड़े पृथ्वी पर गिर जाते हैं। ये पत्थर बेहद खास होते हैं। अब स्विट्जरलैंड की कंपनी लेस एटेलियर्स लुइस मोइनेट ने इन टुकड़ों का इस्तेमाल करते हुए एक घड़ी बनाई है। इसके कारण यह अनोखी घड़ी गिनीज बुक में शामिल की गई है। आइये इस घड़ी की खासियत और इस रिकॉर्ड के बारे में जानते हैं।
घड़ी में लगाए गए हैं 12 अलग-अलग उल्कापिंड
यह अनोखी घड़ी लेस एटेलियर्स लुइस मोइनेट नामक कंपनी ने तैयार की है। यह एक स्विस घड़ी निर्माता है और इसका नाम एक लोकप्रिय घड़ी निर्माता और क्रोनोग्रफ के आविष्कारक लुई मोइनेट से लिया गया है। कंपनी ने अंतरिक्ष से गिरने वाले असली उल्कापिंड के टुकड़ों को एक घड़ी में लगाया है, जिसका नाम 'कॉस्मोपोलिस' रखा गया है। इसमें 12 अलग-अलग उल्कापिंड के टुकड़े लगे हैं और ये सभी पृथ्वी पर चंद्रमा, मंगह ग्रह, उल्कापात और क्षुद्रग्रह से आए हैं।
अनोखी घड़ी बनाने की प्रक्रिया और कीमत
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस अनोखी घड़ी को बनाने के लिए सबसे पहले इसके डिजाइन पर विचार किया गया। इसके लिए 18 कैरेट रोज-गोल्ड के केस के रूप में चुना गया। इसका व्यास 40 मिलीमीटर रखा गया है। इसके बाद उल्कापिंडों को बड़ी ही सावधानी से काटकर उन्हें घड़ी में लगाया गया। इस प्रक्रिया को विशेषज्ञ डैनियल हास ने पूरा किया। इस अनोखी घड़ी की कीमत टैक्स को हटाकर 2 करोड़ रुपये है।
यहां देखिए अनोखी घड़ी का वीडियो
कंपनी के निदेशक ने क्या कहा?
कंपनी के निदेशक जीन मैरी स्कॉलर ने बताया कि उनके लिए गिनीज विश्व रिकॉर्ड का खिताब हासिल करना घड़ी की रचनात्माकता की सीमाओं को आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा, "कई सालों की मेहनत और साझेदारों के सहयोग से यह अनोखी घड़ी बन पाई है। यह घड़ी लुइस मोइनेट के प्रति एक श्रद्धांजलि और क्षितिज विज्ञान की सीमाओं की आगे बढ़ाने का प्रतिनिधित्व करता है। हमें अपनी इस उपलब्धि पर गर्व है और हम आगे भी अनोखी घड़ियां बनाते रहेंगे।"
उल्कापिंड के इस्तेमाल से बनाया जा चुका है अनोखा पर्स
इससे पहले असली उल्कापिंड से इस्तेमाल से एक अनोखा पर्स बनाया गया था। यह पर्स कॉपर्नी नामक फ्रेंच फैशन ब्रांड कंपनी ने बनाया था। अंतरिक्ष के पत्थर से बने होने के कारण इस पर्स की फिनिशिंग खुरदुरी है और यह दिखने में उल्कापिंड जैसा ही लगता है। इसकी कीमत 35 लाख रुपये से अधिक है और इसका आकार 9x12x23 सेंटीमीटर है। इसके अलावा इस खाली पर्स का वजन 2 किलो तक है।