
मोहम्मद अली ने जिस वियतनामी ड्राफ्ट कार्ड पर नहीं किया था हस्ताक्षर, वह जल्द होगा नीलाम
क्या है खबर?
अब तक के सबसे महान हेवीवेट बॉक्सर कहलाए जाने वाले मोहम्मद अली के दुनियाभर में चाहने वाले हैं। वह अमेरिका के दिग्गज बॉक्सर हुआ करते थे, जिन्हें प्यार से लोग 'ग्रेटेस्ट' कहकर पुकारते थे। अली ने बॉक्सिंग में तो सफल करियर बनाया ही, साथ ही वह एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हुआ करते थे। अब उनके जीवन से जुड़ा एक अहम दस्जावेज नीलाम होने वाला है, जिसने दुनिया को दिखा दिया था कि वह नागरिक अधिकार को कितना महत्व देते थे।
दस्तावेज
कार्ड में दिया गया था युद्ध में शामिल होने का आदेश
यह 1967 का वियतनाम युद्ध से जुड़ा एक सैन्य ड्राफ्ट कार्ड है, जिस पर अली ने हस्ताक्षर नहीं किए थे। यह कार्ड तब जारी किया गया था, जिस दिन लुइसविले के ड्राफ्ट बोर्ड ने अली को सैन्य भर्ती के लिए उपस्थित होने का आदेश दिया था। इस कार्ड में एक खाली लाइन बनी हुई है, जिस पर उन्हें हस्ताक्षर करने थे। हालांकि, अली ने ऐसा करने से मना कर दिया था, जिसके बाद उनका करियर संकट में पड़ गया था।
नीलामी
कब और कहां होगी इस कार्ड की नीलामी?
इस अहम दस्तावेज की नीलामी क्रिस्टीज नामक नीलामीघर द्वारा आयोजित करवाई जा रही है। इसे हासिल करने के लिए लोग 10 से 28 अक्टूबर तक ऑनलाइन बोली लगा सकते हैं। क्रिस्टीज ने अली के वंशजों के माध्यम से यह दस्तावेज प्राप्त किया है। यह वर्तमान में न्यूयॉर्क के रॉकफेलर सेंटर में 21 अक्टूबर तक प्रदर्शित रहेगा। नीलामीघर ने इस कार्ड की कीमत 44 करोड़ रुपये से ज्यादा तय की है। हालांकि, यह ज्यादा कीमत पर भी बिक सकता है।
कार्ड
कार्ड में क्या लिखा था?
इस कार्ड को 14 मार्च, 1967 को जारी किया गया था, जिसमें अली को जंग में शामिल होने के आदेश दिए गए थे। इस पर उनका पूरा नाम भी लिखा गया था, जो कि कैसियस मार्सेलस क्ले जूनियर था। अली यह नाम इस्लाम धर्म अपनाने से पहले इस्तेमाल किया करते थे। कार्ड के ऊपरी हिस्से पर मोहम्मद अली भी लिखा गया था, ताकि कोई भ्रम न हो। इस पर स्थानीय ड्राफ्ट बोर्ड के अध्यक्ष के हस्ताक्षर भी मौजूद थे।
संकट
हस्ताक्षर न करना अली को पड़ा था भारी
अली ने इस कार्ड पर हस्ताक्षर न करके दुनिया को नागरिक आधिकार से जुड़ा एक सशक्त संदेश दिया था। हालांकि, इस कदम ने उनके करियर और जीवन को संकट में डाल दिया था। हस्ताक्षर न करने की वजह से उन्होंने अपना हेवीवेट खिताब, लड़ने का लाइसेंस और खेलने के अहम साल भी खो दिए थे। उन्हें सैन्य-भ्रष्टाचार के आरोप में दोषी भी ठहराया गया था, जिसके बाद उन्हें 5 साल तक जेल में रहना पड़ा था।
कारण
क्या था कार्ड पर हस्ताक्षर न करने का कारण?
अली ने इस कार्ड पर हस्ताक्षर करने से इसलिए मना कर दिया था, क्योंकि उनका वियतनाम कांग्रेस से कोई झगड़ा नहीं था। यह सिर्फ युद्ध-विरोधी भावना नहीं थी, बल्कि यह एक व्यक्तिगत निर्णय भी था। उन्होंने नतीजों की परवाह किए बिना अपनी धार्मिक विचारधारा से समझौता करने से इनकार कर दिया था। क्रिस्टीज के वरिष्ठ विशेषज्ञ पीटर क्लारनेट ने इस ड्राफ्ट कार्ड को एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटना से जुड़ी एक अनोखी वस्तु बताया है।