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मध्य प्रदेश: 3,419 करोड़ रुपये का आया बिजली बिल, सदमे से शख्स अस्पताल में भर्ती
मध्यप्रदेश के शख्स को मिला 3,419 करोड़ का बिजली बिल

मध्य प्रदेश: 3,419 करोड़ रुपये का आया बिजली बिल, सदमे से शख्स अस्पताल में भर्ती

लेखन अंजली
Jul 28, 2022
10:27 am

क्या है खबर?

जोर का झटका हाय जोरो से लगा...बिजली का बिल बन गया सजा! ऐसा हमारा नहीं बल्कि उस हर एक शख्स का कहना हो सकता है, जिसको बिजली का बिल इतना ज्यादा मिला कि उसे देखकर उसका रिश्तेदार अस्पताल पहुंच गया। दरअसल, मध्य प्रदेश के व्यक्ति के परिवार को अपने घर का 3,419 करोड़ रुपये का बिजली का बिल मिला था, जिसे देखकर एक शख्स को ऐसा सदमा लगा कि उसे उपचार के लिए अस्पताल भर्ती करवाना पड़ा।

मामला

बिजली विभाग की गलती ने शख्स को किया बीमार

यह मामला मध्य प्रदेश के ग्वालियर के शिव विहार कॉलोनी में रहने वाली प्रियंका गुप्ता का है, जिन्हें 3,419 करोड़ रुपये का बिजली बिल मिला और उसे देख उनके ससुर बीमार पड़ गए। यह बिजली विभाग की गलती का परिणाम है। दरअसल, ग्वालियर में मध्य प्रदेश सरकार की तरफ से संचालित बिजली कंपनी ने एक परिवार का बिजली बिल गलत छप गया, लेकिन बाद में परिवार को सही बिल जारी कर दिया गया है।

सही बिल

अब 1,300 रुपये आया बिजली बिल

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बिजली विभाग ने अपनी इसे "मानवीय त्रुटि" बताया है और प्रियंका के परिवार की राहत के लिए बिल को सही कर दिया है। उन्हें अब 1,300 रुपये के बिजली बिल का भुगतान करना है। प्रियंका के पति संजीव कंकाने ने बताया, "20 जुलाई को जारी किए गए 3,419 करोड़ रुपये के बिल को मध्य प्रदेश मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी (MPMKVVC) की वेबसाइट पर क्रॉस-चेक करने पर सही पाया गया था।"

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बयान

मानवीय भूल है इस मामले की जिम्मेदार- MPMKVVC

कंकाने ने आगे यह भी बताया कि MPMKVVC ने बाद में इस मामले की जांच करते हुए बिजली के बिल को ठीक किया तथा परिवार को उनका 1,300 रुपये का सही बिल जारी किया। वहीं, MPMKVVC के महाप्रबंधक नितिन मांगलिक ने बिजली के बिल में छपी भारी भरकम रकम को मानवीय भूल का जिम्मेदार ठहराया और कहा कि इस गलती से संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

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बयान

गलती को किया गया ठीक- नितिन मांगलिक

नितिन मांगलिक ने विभाग की तरफ से यह सफाई देते हुए कहा कि ग्राहक के सर्विस क्रमांक को खपत की गई यूनिट के स्थान पर डाल दिया गया था और सॉफ्टवेयर ने उसी हिसाब से बिल बना दिया। हालांकि, उसकी यह गलती संज्ञान में आते ही तुरंत बिल को सही किया गया और अब उसका करीब 1,300 रुपये की धनराशि का बिल आया है।

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