पिछले 30 सालों से केवल चाय के सहारे जिंदा महिला, लोग कहते हैं 'चाय वाली चाची'
क्या है खबर?
यह दुनिया बड़ी और विविधता से भरी हुई है। यहाँ न केवल आपको तरह-तरह के जीव-जंतु देखने को मिलेंगे, बल्कि भाँति-भाँति के लोग भी आसानी से दिख जाएँगे।
हर किसी की कोई न कोई ख़ासियत होती है। आज हम एक ऐसी ही महिला के बारे में बताने जा रहे हैं, जो अपनी ख़ासियत की वजह से देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल छत्तीसगढ़ में एक महिला लगभग 30 सालों से केवल चाय के सहारे ज़िंदा है।
जीवनशैली
'चाय वाली चाची' के नाम से जानते हैं लोग
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले की बरदिया गाँव में पीली देवी नाम की एक महिला रहती हैं।
इनके बारे में कहा जाता है कि जब ये 11 साल की थीं तभी इन्होंने खाने-पीने की सभी चीज़ों का त्याग कर दिया था और केवल चाय पीकर रहने लगी थीं।
इसके बाद से इन्होंने कभी चाय के अलावा कोई और चीज़ ग्रहण नहीं की। इसी अनोखी जीवनशैली की वजह से लोग इन्हें 'चाय वाली चाची' के नाम से जानने लगे।
मामला
प्रतियोगिता से लौटने के बाद अचानक छोड़ दिया खाना-पानी
पीली की इस जीवनशैली के बारे में पिता रति राम का कहना है कि पीली ने उस समय भोजन करना छोड़ दिया था, जब वह छठी कक्षा में थी।
उन्होंने कहा, "उस समय पीली जिले के जनकपुर स्थित पटना स्कूल से जिला स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेने गई थी। वहाँ से लौटने एके बाद अचानक उसने भोजन-पानी छोड़ दिया।"
शुरुआत में पीली दूधवाली चाय के साथ बिस्कुट और ब्रेड लेती थी, लेकिन धीरे-धीरे उसने काली चाय पीनी शुरू कर दी।
जानकारी
दिन में एक बार ही लेती हैं काली चाय
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पीली अब दिन में केवल एक बार ही काली चाय लेती हैं, वह भी सूर्यास्त के बाद। इसके बाद भी वह आम लोगों की तरह बिलकुल स्वस्थ हैं।
कारण
कोई भी डॉक्टर नहीं बता पाया पीली की आदत का कारण
पीली के भाई बिहारी लाल राजवाड़े का कहना है कि, "पहले हमने सोचा कि उसे कोई बीमारी तो नहीं है। इसके बाद हमने उसे डॉक्टर को भी दिखाया। डॉक्टर ने जाँच के बाद पीली को पूरी तरह स्वस्थ्य बताया।"
बिहारी के अनुसार, कोई डॉक्टर पीली की इस आदत का कारण नहीं बता पाया।
परिजनों का कहना है कि पीली अब घर से बाहर शायद ही कभी निकलती है। वह दिनभर भगवान शिव की पूजा करती रहती है।
विशेषज्ञ राय
33 सालों तक केवल चाय पर जिंदा रहना असंभव
कोरिया जिला अस्पताल में डॉक्टर एस के गुप्ता का पीली के मामले में कहना है कि, किसी भी इंसान की लिए 33 सालों तक चाय पर जिंदा रहना असंभव है।
उनके अनुसार, वैज्ञानिक रूप से यह कहीं से भी संभव नहीं लगता है।
यह मामला नवरात्रि के उपवास से अलग है। नवरात्रि के उपवास के दौरान कई लोग केवल चाय लेते हैं, लेकिन 33 साल तक केवल चाय पर जिंदा रहना असंभव लगता है, क्योंकि यह बहुत लंबा समय है।