LOADING...
घंटों बाथरूम में बैठा रहता था इंजीनियर, परेशान हो कर बॉस ने नौकरी से निकाला
बाथरूम जाने के कारण नौकरी से निकाला गया व्यक्ति (प्रतीकात्मक तस्वीर: पिक्सेल)

घंटों बाथरूम में बैठा रहता था इंजीनियर, परेशान हो कर बॉस ने नौकरी से निकाला

लेखन सयाली
Dec 14, 2025
03:19 pm

क्या है खबर?

कमर्चारी काम न करने या अच्छा प्रदर्शन न करने की वजह से अपनी नौकरी गवा बैठते हैं। हालांकि, एक इंजीनियर को एक ऐसी आदत के चलते अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, जिस पर उसका कोई जोर नहीं। दरअसल, यह कर्मचारी घंटों-घंटों ऑफिस के बाथरूम में बैठा रहता था। इससे परेशान हो कर उनके बॉस ने उन्हें नौकरी से निकाल दिया। आइए इस अजीबो-गरीब मामले के बारे में विस्तार से जानते हैं।

मामला

दिन में 14 बार जाते थे बाथरूम

यह व्यक्ति चीन के जियांग्सू प्रांत का रहने वाला है और ली उपनाम से जाना जाता है। वह बार-बार बाथरूम जाया करते थे और हर बार एक घंटे से ज्यादा समय तक अंदर ही रहते थे। उन्होंने अप्रैल और मई महीने में एक-एक दिन में 14 बाथरूम ब्रेक लिए थे। इनमें से सबसे लंबा ब्रेक करीब 4 घंटे तक चला था। लिहाजा, उनकी प्रबंधन टीम ने उनकी इस आदत पर गौर किया और आखिरकार उन्हें निकाल दिया गया।

कारण

क्यों घंटों बाथरूम में बैठे रहते थे ली?

जब ली से इसके बारे में सवाल किए गए थे तब उन्होंने एक बीमारी का खुलासा किया। वह बवासीर यानि पाइल्स से जूझ रहे हैं, जिसकी वजह से उन्हें बार-बार बाथरूम जाना पड़ता था। इसमें मलाशय के आसपास की नसें सूज जाती हैं, जिससे दर्द, खुजली, सूजन और रक्तस्राव हो सकता है। हालांकि, ली ने अपने ऑफिस में अपनी परेशानी के बारे में किसी को भी नहीं बताया था। इसके चलते उनके बॉस इतना सख्त कदम उठाने पर मजबूर हुए।

Advertisement

मुकदमा

ली ने ठोका कंपनी पर मुकदमा

ली ने नौकरी गवाने के बाद अपनी कंपनी पर मुकदमा ठोक दिया था। उन्होंने कॉन्ट्रैक्ट को गैर-कानूनी तरीके से खत्म करने के लिए कंपनी पर केस किया था। अपने पक्ष को मजबूत करने के लिए उन्होंने अदालत में अपनी स्वास्थ्य रिपोर्ट भी पेश की थीं। ली ने पिछले साल मई और जून में अपनी पार्टनर द्वारा ऑनलाइन खरीदी गई बवासीर की दवा और इस साल जनवरी में हुई सर्जरी के रिकॉर्ड भी दिखाए थे।

Advertisement

कंपनी

क्या रहा अदालत का फैसला?

ली ने मुआवजे के तौर पर कंपनी से 40 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद कंपनी ने भी अदालत के सामने अपनी दलील पेश की। कंपनी ने सर्विलांस फुटेज पेश किए, जिसमें ली बार-बार और लंबे समय तक बाथरूम जाते नजर आ रहे थे। ली तब पूरी तरह हैरान रह गए जब अदालत का फैसला उनके पक्ष में नहीं आया। अदालत का मानना ​​था कि ली ने बाथरूम में जितना समय बिताया, वह उनकी शारीरिक जरूरतों से ज्यादा था।

पक्ष

क्यों कमजोर हुआ ली का पक्ष?

ली ने जो स्वास्थ्य रिकॉर्ड जमा किए थे, वे कई बार बाथरूम ब्रेक लेने के बाद की अवधि के थे। साथ ही उन्होंने इलाज या परेशानी होने के कारण कभी छुट्टी भी नहीं ली थी। जब वह बाथरूम में होते थे तब उनके मैनेजर उनसे चैट ऐप के जरिए संपर्क करने की कोशिश करते थे। हालांकि, वह मैसेज का रिप्लाई नहीं करते थे, जिससे प्रबंधन टीम की नाराजगी और बढ़ गई थी।

जानकारी

किस तरह करवाया गया समझौता?

2 बार सुनवाई होने के बाद अदालत ने आखिरकार दोनों पक्षों के बीच समझौता करवाया। कंपनी ली को 3 लाख रुपये देकर मामला निपटाने के लिए राजी हुई, ताकि बेरोजगारी के बाद उनका जीवन मुश्किल न हो।

Advertisement