लाखों रुपये में बिक रही सेकंड हैंड शॉपिंग बास्केट, कुछ नहीं है खास
यह महंगाई का जमाना है, ऐसा आपने अक्सर लोगों को कहते हुए सुना होगा, लेकिन इतना कि एक सेकंड हैंड शॉपिंग बास्केट 1,01,298 डॉलर यानी लगभग 83 लाख रुपये की मिले? चौंकिए मत, ये सच बात है। अमूमन बाजार में मिलने वाली नई शॉपिंग बॉस्केट 1,000-1,500 रुपये तक की होगी, लेकिन फारफेच नामक वेबसाइट पर एक लग्जरी ब्रांड की सेकंड हैंड शॉपिंग बॉस्केट लाखों रुपये की मिल रही है। आइए पूरी खबर जानते हैं।
कीमत जानकर सोशल मीडिया यूजर्स हैं हैरान
फ्रांस के लग्जरी फैशन हाउस चैनल ने अपने लग्जरी सामान और महिलाओं की एक्सेसरीज के लिए दुनियाभर में बहुत लोकप्रियता हासिल की है, लेकिन ब्रांड की सेकंड हैंड शॉपिंग बॉस्केट की कीमत ने सोशल मीडिया यूजर्स को हैरान कर दिया है। इस बॉस्केट में क्या खास है, इसकी कीमत ज्यादा क्यों है, ऐसे सवाल आपके मन में भी उठ रहे होंगे तो आपको बता दें कि इसमें ज्यादा कुछ खास नहीं है। बस इस पर लग्जरी ब्रांड का टैग है।
यहां देखिए बॉस्केट की तस्वीरें
सेकंड हैंड शपिंग बॉस्केट किससे बनी है?
वेबसाइट के सबसे विशेष संग्रह का हिस्सा यह बास्केट बैग मैसन के सिग्नेचर लेदर से बना है और इसकी चेन-लिंकिंग पर काले रंग की पट्टियां हैं। यह तीन आकारों में उपलब्ध है। इसे केंडल जेनर और स्टेला टेनेन्ट के ब्रांड ने तैयार किया है। यह प्री-ओन्ड XXL शॉपिंग बास्केट ऑटम/विंटर 2014 कलेक्शन से है और इसके अत्यधिक मूल्य ने कई लोगों को चकित कर दिया है।
सोशल मीडिया के यूजर्स दे रहे विभिन्न प्रतिक्रियाएं
सेकंड हैंड बॉस्केट की कीमत को देखकर एक यूजर ने मजेदार रिप्लाई लिखा, 'मैं दो लूंगा। प्रत्येक हाथ के लिए एक या चार बेहतर होगा?' एक अन्य यूजर ने लिखा, 'इतनी कीमत में सेकंड हैंड शॉपिंग बॉस्केट की जगह एक अच्छा सा आलिशान घर खरीदा जा सकता है।' एक और यूजर ने कहा कि ऐसा भी क्या है इस सेकंड हैंड शॉपिंग बॉस्केट में और वह इतने में तो एक लग्जरी कार खरीद लें।
अमेजन पर बिक रही थी हजारों रुपये में साधारण सी बाल्टी
यह पहली बार नहीं है जब किसी शॉपिंग वेबसाइट पर किसी उत्पाद की कीमत बहुत ज्यादा हो। इससे पहले साल 2022 में भी ऐसा एक मामला सामने आया था। दरअसल, तब अमेजन पर एक साधारण सी गुलाबी रंग की बाल्टी 25,999 रुपये की मिल रही थी, जिसकी तस्वीर जमकर वायरल हुई। बता दें कि कई बार विक्रेताओं से अपने सामान को लिस्ट करते समय ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जो कि बाल्टी के मामले में भी हुआ।