पश्चिम बंगाल के व्यक्ति ने उगाया अनोखे स्वाद वाला 'मेरिकल फ्रूट', जानिए इसकी खूबियां
अफ्रीका में उगाए जाने वाला 'मिरेकल फ्रूट' की खूबियां कुछ ऐसी हैं, जिनके बारे में जानकर आपको हैरानी होगी। इस फल का आकार भले ही छोटा है, लेकिन खूबियां कमाल की हैं। दरअसल, यह फल खट्टे स्वाद को बदलकर मीठा बना सकता है। भारत में पश्चिम बंगाल के हावड़ा निवासी तापस बंगल के बगीचे में इस खास फल का पेड़ है, जिस पर कुछ कच्चे तो कुछ पके फल लगे हैं। इस फल को खाकर लोग चकित हो रहे हैं।
तापस के बगीचे का आकर्षण है मिरेकल फ्रूट का पेड़
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, तापस के बगीचे में कई तरह के फूलों, फलों और जड़ी-बूटियों के पेड़-पौधे हैं, लेकिन इनमें से सबसे अलग मिरेकल फ्रूट का पेड़ है। इस फल को पहली बार खाने वाला व्यक्ति हैरान रह जाता है क्योंकि यह थोड़ी देर बाद मुंह का स्वाद बदल देता है। तापस के मुताबिक, वह इसके बीज को एक अलग जिले से लाए थे और कई साल पहले उन्होंने इसे अपने बगीचे में लगाया था।
पहली बार फल को खाने वाले व्यक्ति ने क्या कहा?
तापस के बगीचे में लगे इस फल को अमित चंद्रा नामक व्यक्ति ने जब पहली बार चखा तो वह उसके स्वाद से चकित हो गए। उन्होंने कहा, "मैंने तापस के बगीचे में पहली बार यह फल देखा और खाया भी। इस जादुई फल के स्वाद और गुण ने मुझे हैरान कर दिया। फल को खाते ही मुझे नींबू जैसे खट्टे स्वाद का अनुभव हुआ, लेकिन कुछ ही मिनट बाद इसका स्वाद मीठे संतरे जैसे लगने लगा।"
रेड बेरी प्रजाति का है यह फल
जानकारी के मुताबकि, मिरेकल फ्रूट सपोटेसी फैमिली से आता है और यह फल रेड बेरी प्रजाति का है। इसमें मिराकुलिन नाम का प्रोटीन पाया जाता है, जो इसके स्वाद को बदलकर मीठा कर देता है। सुनने में यह जितना अद्भुत लगता है, उतना ही अलग इसे खाने के बाद भी महसूस होता है। इस फल में मौजूद मिराकुलिन प्रोटीन हमारी टेस्ट बड्स को बदल देता है।
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है इस फल का सेवन
यह फल जल्दी खराब हो जाते हैं इसलिए उन्हें एक जगह से दूसरी जगह भेजना या उगाना आसान नहीं होता। इस कारण फल से बनाई गई मिराकुलिन टैबलेट्स अधिक सप्लाई की जाती है, लेकिन उनमें फल का टेस्ट नहीं आ पाता। इस फल के सेवन से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं दूर होती है। ऐसे में कई देशों में इसका इस्तेमाल इलाज के लिए किया जाता है।