बार्सिलोना में गुस्साए स्थानीय लोग पर्यटकों को भगाने का कर रहे प्रयास, जानें वजह
स्पेन का शहर बार्सिलोना अपनी आश्चर्यजनक वास्तुकला और जीवंत संस्कृति के लिए जाना जाता है। हालांकि, यहां पिछले हफ्ते कुछ ऐसा हुआ, जिससे सभी लोग दंग रह गए। हजारों गुस्साए हुए स्थानीय लोगों ने यहां पानी की बंदूक लेकर 'पर्यटक घर जाएं' के नारे लगाए। बड़े पैमाने पर पर्यटन के खिलाफ हुए इस प्रतिरोध ने दुनियाभर में सुर्खियां बटोरी हैं। आइए जानते हैं कि बार्सिलोना के स्थानीय लोग अपने शहर से पर्यटकों को क्यों भगाना चाहते हैं।
देखें पर्यटकों की भीड़
अत्यधिक पर्यटन के कारण बढ़ती जा रही हैं स्थानीय लोगों की परेशानियां
बार्सिलोना में हो रहे प्रदर्शन के पीछे का मुख्य कारण अत्यधिक पर्यटन है। स्थानीय समाचार पत्र कैटलन न्यूज के अनुसार, 140 से अधिक समूहों ने इस मार्च का आयोजन किया था। इन निवासियों का कहना है कि पर्यटकों के कारण रहने की लागत आसमान छू रही है और चीजों की कीमतें बढ़ रही हैं। केवल बार्सिलोना ही नहीं, बल्कि स्पेन के अन्य शहरों में भी इस तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं।
क्या होता है अत्यधिक पर्यटन?
2001 में फ्रेया पीटरसन द्वारा गढ़ी गई 'अत्यधिक पर्यटन' की अवधारणा बताती है कि बहुत अधिक पर्यटन किसी भी गंतव्य पर हानिकारक प्रभाव डाल सकता है। वर्तमान में यह एक बहुत ही अहम मुद्दा है, जो केवल पर्यटकों के आने तक ही सीमित नहीं है। बिजनेस स्टैंडर्ड के अनुसार ऐसा तब होता है, जब पर्यटकों की संख्या मेजबान समुदायों की क्षमता से अधिक हो जाती है। यह अक्सर कुशासन और पर्यटन उद्योग में अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है।
सरकार ने इस परेशानी के मद्देनजर लिए ये फैसले
स्थानीय लोगों के द्वारा बनाए जा रहे दबाव के कारण बार्सिलोना के मेयर जाउम कोलबोनी ने कुछ अहम फैसले लिए हैं। उन्होंने 2028 तक सभी किराए पर मिलने वाली अल्पकालिक सम्पत्तियों को समाप्त करने और शहर में पर्यटक अपार्टमेंट को कम करने की योजना बनाई है। स्पेन के समाजवादी आवास मंत्री ने भी इन प्रस्तावों का समर्थन किया है। उनका तर्क है कि पर्यटकों की बढ़ती संख्या का एक मुख्य कारण कम दामों पर मिलने वाले घर हैं।
स्थानीय निवासी चाहते हैं उनके रहन-सहन और पर्यटन के बीच संतुलन
निराश और गुस्साए हुए स्थानीय निवासी पर्यटकों पर पानी की पिचकारियों से वार कर रहे थे। हालांकि, उन्होंने फिलहाल ऐसा करना बंद कर दिया है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "पर्यटन हमारी अर्थव्यवस्था के लिए जरूरी है, लेकिन हमारे समुदाय की भलाई की कीमत पर नहीं।" सभी निवासियों का कहना है कि वे पर्यटन और स्थानीय जीवन के बीच एक संतुलन चाहते हैं। हाल ही में बार्सिलोना के डिसफ्रूटार को दुनिया के सबसे अच्छे रेस्तरां का खिताब भी मिला था।