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स्पेन: 5,600 साल पहले इस गुफा के अंदर बनाया गया था पुल, 500 साल हुआ इस्तेमाल
स्पेन के द्वीप पर मिला 5600 साल पुराना पुल

स्पेन: 5,600 साल पहले इस गुफा के अंदर बनाया गया था पुल, 500 साल हुआ इस्तेमाल

लेखन सयाली
Sep 01, 2024
12:14 pm

क्या है खबर?

प्राचीन काल में बनाई गई संरचनाएं उस समय में रहने वाले लोगों के विषय में जरूरी जानकारी पेश करती हैं। इसी कड़ी में अब स्पेन में वैज्ञानिकों ने पानी के नीचे बना हुआ एक पुल खोज निकाला है। यह पुल एक गुफा के अंदर बनाया गया था और यह करीब 5,600 साल पुराना है। यह खोज शोधकर्ताओं को यह निर्धारित करने में मदद करेगी कि हजारों साल पहले मनुष्य पहली बार पश्चिमी भूमध्य सागर के द्वीपों पर कब बसे थे।

मैलोरका

25 फुट लंबा है यह रहस्यमयी प्राचीन पुल 

इस पुल से जुड़ा एक अध्ययन कम्युनिकेशंस अर्थ एंड एनवायरनमेंट जर्नल में प्रकाशित हुआ था। यह पुल मैलोरका के स्पेनिश द्वीप पर स्थित जेनोवेसा गुफा के अंदर बना हुआ है, जिसकी लंबाई 25 फुट है। गुफा के एक नए विश्लेषण से पता चला है कि मनुष्य मैलोरका में पिछले अनुमानों से भी पहले से रहना शुरू कर चुके थे। हालांकि, लिखित रिकार्ड्स की कमी और सीमित पुरातात्विक साक्ष्यों के कारण सटीक समय का पता लगाना मुश्किल हो रहा था।

अध्ययन

शोधकर्ताओं को पुल पर मिली थी 5,600 साल पुरानी बाथटब रिंग

अध्ययन के मुख्य लेखक और दक्षिण फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में भूविज्ञान स्कूल के प्रोफेसर बोगदान ओनाक के मुताबिक, शोधकर्ताओं को पुल पर एक बाथटब रिंग मिली है। इसके साथ ही यहां पर कुछ खनिज संरचनाएं भी पाई गई हैं। ये इस बात का संकेत देती हैं कि यह पुल 5,600 साल पहले बनाया गया था। बोगदान का कहना है कि इस पुल को उस समय के स्थानीय निवासियों ने बेहद रणनीतिक रूप से बनाया था।

पुल

लाइमस्टोन्स के जरिए किया गया था इस पुल का निर्माण

पानी में डूबा हुआ यह पुल बड़े और भारी लाइमस्टोन्स से बना है, जिनमें से कुछ 4.2 फीट तक फैले हुए हैं। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि प्राचीन समय में लोगों ने किस तकनीक की मदद से इसका निर्माण किया होगा। शोधकर्ताओं का मानना ​​है कि जिन लोगों ने पुल का निर्माण किया, वे गुफा के द्वार को झील से परे एक कोठरी से जोड़ने के लिए एक सूखा रास्ता चाहते थे।

निष्कर्ष

इस पुल पर पाई गईं विलुप्त हो चुकी बकरी की हड्डियां

इस पुल के पास गोट-एंटीलोप की हड्डियां भी मिली हैं, जो एक विलुप्त हो चुकी बकरी है। साथ ही इस पुल पर अलग-अलग रंगों की पत्तियां भी बनी हुई हैं, जिनका विश्लेषण किया गया है। शोधकर्ताओं का अनुमान है कि धीरे-धीरे समंदर का जलस्तर बढ़ता गया और यह पुल पानी में डूब गया। बोगदान ने कहा, "पिछले 4 सालों में हमने आखिरकार मैलोरका में मनुष्यों के आगमन के समय का बेहतर अनुमान लगाने के लिए आवश्यक डेटा जुटा लिया है।"