पुरुषों को चॉकलेट देने समेत दुनियाभर में वैलेंटाइन डे पर निभाई जाती हैं ये अनोखी परंपराएं
वैलेंटाइन डे प्यार का ऐसा त्योहार है, जो दुनिया के हर हिस्से में मनाया जाता है। इस दिन को प्यार का प्रतीक माना जाता है और इसे खास बनाने के लिए प्रेमी-प्रेमिकाएं एक दूसरे को फूल, कार्ड, चॉकलेट आदि देकर प्यार का इजहार करते हैं। हालांकि, अलग-अलग समय, जगहों और संस्कृतियों के मुताबिक 14 फरवरी को कई अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। आइए वैलेंटाइन डे से जुड़ी ऐसी ही 5 अनोखी परंपराओं के बारे में जानते हैं।
हर फूल का होता था विशेष मतलब
वैलेंटाइन सप्ताह में गुलाब के फूल को ही खास माना जाता है, जिसके लिए 'रोज डे' नमक एक खास दिन भी सुनिश्चित किया गया है। हालांकि, गुलाब हमेशा से वैलेंटाइन डे के लिए पसंदीदा फूल नहीं थे। दरअसल, 19वीं शताब्दी में गुलदस्तों में कई तरह के फूल जोड़े जाते थे। इन सभी फूलों को विशेष मतलब बताने के लिए चुना जाता था। पीले बबूल का अर्थ 'छिपा हुआ प्यार', जोंक्विल्स का 'प्यार' और स्नोड्रॉप्स का मतलब 'आशा' होता था।
13 फरवरी-ब्लैक लव डे
अमेरिका के 'अफ्रीकन-अमेरिकन हॉलिडे एसोसिएशन' की संस्थापक अयो हैंडी-केंडी ने 1993 में ब्लैक लव डे की शुरुआत की। उन्हें इस दिन को मनाने की प्रेरणा मैल्कम एक्स बायोपिक में दिखाई गई मैल्कम एक्स की हत्या को देखने के बाद मिली थी। उनका कहना है कि वह "शांति बढ़ाने और अफ्रीकन लोगों के प्रति हिंसा को रोकने" पर ध्यान केंद्रित करने के लिए एक विशेष दिन चाहती थीं। इस दिन को 13 फरवरी को मनाया जाता है।
सूअर और जिंजरब्रेड
वैलेंटाइन डे दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने के बाद ही जर्मनी में प्रचलित हुआ। यहां इसे वैलेंटाइनस्टैग कहा जाता है। इससे जुड़ी एक विचित्र परंपरा है कि जर्मनी में वैलेंटाइन डे के उपहारों में सूअरों को शामिल किया गया है। बता दें कि यहां इन्हें भाग्य का प्रतीक माना जाता है। जर्मन लोग वैलेंटाइन डे के लिए दिल के आकार की बड़ी जिंजरब्रेड कुकी भी तोहफे में देते हैं, जिन्हें लेबकुचेन के नाम से जाना जाता है।
यहां पुरुषों को मिलती हैं वैलेंटाइन चॉकलेट
जापान में महिलायें पुरुषों को वैलेंटाइन डे पर चॉकलेट देती हैं। इसकी कहानी है कि एक चॉकलेट निर्माता ने 1958 में सुझाव दिया था कि महिलायें रोमांटिक भावनाओं को व्यक्त करने के लिए वेलेंटाइन चॉकलेट का उपयोग करें, वहीं एक जापानी डिपार्टमेंट स्टोर्स ने 1970 के दशक में इस प्रथा को बढ़ावा दिया। यहां प्रेमियों को दी जाने वाली चॉकलेट को होनमेई चोको कहा जाता, वहीं गिरी चोको पुरुष सहकर्मियों या सहपाठियों को पेश की जाती है।
कॉकरोच को दें पूर्व-प्रेमी का नाम
कुछ लोग अलग करने और अपने पूर्व प्रेमी-प्रेमिका की याद से छुटकारा पाने के लिए एक नई प्रथा शुरू कर रहे हैं। दरअसल, कई चिडियाघरों ने लोगों को अपने पूर्व प्रेमी-प्रेमिका के नाम पर कॉकरेच का नाम रखने की सुविधा दी है। नाम रखने के बाद लोग इन्हें जानवरों को खिला सकते हैं। पिछले साल कनाडा के टोरंटो चिड़ियाघर में इस तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जहां लोगों ने बड़े उत्साह के साथ इसमें भाग लिया।