दुनिया की 5 सबसे विचित्र और खतरनाक परंपराएं, आज भी किया जा रहा है पालन
दुनियाभर में संस्कृति के नाम पर न जाने कितनी अजीब प्रथाएं निभाई जाती हैं। जहां सारी दुनिया आधुनिकता की ओर बढ़ रही है, वहीं कई देशों में आज भी कुछ खतरनाक परंपराओं को निभाया जाता है। भारत में ही कई तरह की विचित्र प्रथाओं का पालन सदियों से किया जा रहा है। इनमें से अधिकांश परंपराएं जान का खतरा भी पैदा कर सकती हैं। आइए दुनियाभर में निभाई जाने वाली ऐसी ही 5 अजीबो-गरीब परंपराओं के बारे में जानते हैं।
बच्चा उछालना
भारत के महाराष्ट्र में मुस्लिम समुदाय द्वारा एक खतरनाक प्रथा निभाई जाती है। यहां के मुस्लिम धर्मस्थल पर नवजात बच्चों को उछाला जाता है। इसमें नवजात शिशुओं को मस्जिद की 15 मीटर ऊंची दीवार से जमीन पर फेका जाता है। हालांकि, नीचे पुरुष एक चादर लेकर खड़े रहते हैं, जिससे बच्चों को पकड़ा जाता है। भले ही इस प्रथा से किसी को गंभीर चोट नहीं आई है, फिर भी लोग भारत में इसे प्रतिबंधित करने के लिए लड़ रहे हैं।
मरने के सालों बाद भी घर पर रखा जाता है शव
सुलावेसी नामक एक इंडोनेशियाई द्वीप पर मृतकों की लाश को परिवार के साथ रखा जाता है। यहां के लोग मानते हैं कि मृत व्यक्ति को जीवित लोगों के साथ रखने से उसकी आयु बढ़ती है। गांव के लोगों का कहना है कि यह एक बीमार व्यक्ति के साथ रहने के बराबर है। परिवार की वित्तीय स्थिति मृतकों के रहने की अवधि निर्धारित करती है। आमतौर पर यहां लोग मृतकों को कई हफ्तों से लेकर वर्षों तक साथ रखते हैं।
नरभक्षण
नरभक्षण एक ऐसी प्रथा है, जिससे मनुष्य आज तक छुटकारा नहीं पा सका। इंडोनेशिया स्थित न्यू गिनी की कोरोवाई जनजाति मृत्यु पर अपने मरहम लगाने वाले के शरीर को खाती है। इसके अलावा अमेजॉन की यानोमामी जनजाति भी नरभक्षण में भाग लेती है। वे मृतकों की राख का मिश्रण तैयार करते हैं और 45 दिनों तक केले के सूप में मिलाकर इसका सेवन करते हैं। नरभक्षण पर रोक लगाए जाने के बाद भी लोग इस कु-प्रथा को रोक नहीं रहे।
ब्लड फिएस्टा
हजारों याचिकाओं और अदालती मामलों के बाद भी ब्लड फिएस्टा अभी भी जारी है। यह एक ऐसा उत्सव है, जो हत्या और यातना को समर्पित हैं। इसमें लोग बैल का पीछा करते हैं और उसे नुकीली वस्तुओं से मारते हैं। इसमें घायल जानवर के घाव पर गर्म मोम डालना भी शामिल होता है। स्पेन में हर साल लगभग 10,000 से 15,000 ब्लड फिएस्टा मनाए जाते हैं। यह ब्राजील, मैक्सिको और पुर्तगाल में भी मनाया जाता है।
गाल को चाकुओं से भेदना
थाईलैंड के फुकेत में एक शाकाहारी त्योहार मनाया जाता है, जिसमें गाल को नुकीले चाकुओं से भेदा जाता है। ऐसा कहा जाता है कि यह लोगों को अच्छा स्वास्थ्य और मन की शांति प्राप्त करने में मदद करता है। यह त्योहार चीनी कैलेंडर के 9वें चंद्र महीने के दौरान मांस आधारित उत्पादों से परहेज का जश्न मनाता है। यहां की मासोंग जनजाति भगवान को उनके शरीर में प्रवेश करने के लिए आमंत्रित करती है।