बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर किया पद्मश्री लौटाने का ऐलान, जानिए क्या है कारण
क्या है खबर?
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के नए अध्यक्ष के रूप में बृजभूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह को चुने जाने के बाद से पहलवानों बीच उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है।
मामले में गुरुवार को पहलवान साक्षी मलिक के संन्यास लेने के एक दिन बाद अन्य पहलवान बजरंग पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार लौटाने का ऐलान कर दिया है।
उन्होंने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी पत्र लिखा है।
बयान
पूनिया ने क्या दिया बयान?
पूनिया ने अपना पद्मश्री पुरस्कार वापस लौटाने का ऐलान करते हुए एक्स पर लिखा, 'मैं अपना पद्म श्री पुरस्कार प्रधानमंत्री को वापस लौटा रहा हूं। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र हैं और यही मेरा आधिकारिक बयान भी है।'
इस मामले में गुरुवार को पहलवान साक्षी मलिक ने भी संन्यास का ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि उन्होंने लड़ाई पूरे दिल से लड़ी, लेकिन अध्यक्ष बृजभूषण की तरह ही रहेगा तो वह अपनी कुश्ती को त्याग रही हैं।
पत्र
पूनिया ने पत्र में क्या लिखा?
पूनिया ने प्रधानमंत्री को भेजे पत्र में लिखा कि इसी साल जनवरी में देश की महिला पहलवानों ने कुश्ती संघ पर काबिज बृजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने महिला पहलवानों के साथ आंदोलन किया था, लेकिन सरकार के आश्वासन के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई।
उन्होंने लिखा कि पहलवानों को अप्रैल में दोबारा आंदोलन करना पड़ा और सरकार की मदद न मिलने से आखिर में कोर्ट के जरिए बृजभूषण के खिलाफ FIR दर्ज कराई गई।
धमकी
बजभूषण ने दिया दबदबा बरकरार रहने का बयान
पूनिया ने लिखा कि मामले में गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात में उन्होंने महिला पहलवानों के लिए न्याय में उनका साथ देने और कुश्ती फेडरेशन से बृजभूषण और उससे जुड़े लोगों को बाहर करने का आश्वासन दिया था।
इस पर पहलवानों ने आंदोलन समाप्त कर दिया, लेकिन पिछले गुरुवार को हुए WFI के चुनाव में संजय सिंह की जीत के साथ बृजभूषण दोबारा WFI में काबिज हो गया है। उसने बयान दिया है कि दबदबा है और दबदबा रहेगा।
पीड़ा
'लौटा रहा हूं अपना पद्मश्री'
पूनिया ने लिखा, 'साल 2019 में मुझे पद्मश्री और अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किया गया था। जब ये सम्मान मिले तो मैं बहुत खुश हुआ था। लगा था कि जीवन सफल हो गया, लेकिन आज उससे कहीं ज्यादा दुखी हूं और ये सम्मान मुझे कचोट रहे हैं।'
उन्होंने लिखा, 'जिस कुश्ती के लिए ये सम्मान मिले उसमें हमारी साथी महिला पहलवानों को अपनी सुरक्षा के लिए कुश्ती तक छोड़नी पड़ रही है। इसलिए मैं ये सम्मान आपको लौटा रहा हूं।'
ट्विटर पोस्ट
यहां पढ़ें पूनिया का पूरा पत्र
मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूँ. कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है. यही मेरी स्टेटमेंट है। 🙏🏽 pic.twitter.com/PYfA9KhUg9
— Bajrang Punia 🇮🇳 (@BajrangPunia) December 22, 2023
प्रकरण
क्या है पूरा मामला?
जनवरी में एक नाबालिग सहित 7 महिला पहलवानों ने तत्कालीन WFI अध्यक्ष बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे।
उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पहलवानों पहले जनवरी और फिर अप्रैल में लंबा संघर्ष किया था।
इस पर सरकार ने भरोसा दिलाया था कि बृजभूषण और उनके करीबी WFI में नहीं रहेंगे।
इसके बाद भी हाल ही में हुए अध्यक्ष पद के चुनाव में बृजभूषण के करीबी संजय सिंह को जीत मिली थी। इससे पहलवानों में नाराजगी है।
परिचय
कौन हैं संजय सिंह?
संजय सिंह 47 में से 40 वोट लेकर WFI के नए अध्यक्ष चुने गए हैं। वह बृजभूषण के बेहद करीबी माने जाते हैं।
वह उत्तर प्रदेश के कुश्ती संघ और राष्ट्रीय कुश्ती संघ दोनों में पदाधिकारी रहे हैं। इसके अलावा वह 2019 में WFI की कार्यकारी समिति में संयुक्त सचिव भी चुने गए थे। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के चंदौली के रहने वाले हैं।
ऐसे में उनके चुनाव जीतने से बृजभूषण का दबदबा बरकरार माना जा रहा है।