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ओलंपिक पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत पर क्यों लगा प्रतिबंध? जानिए पूरा मामला
अमन सहरावत पर लगा प्रतिबंध (तस्वीर: एक्स/@wrestling)

ओलंपिक पदक विजेता पहलवान अमन सहरावत पर क्यों लगा प्रतिबंध? जानिए पूरा मामला

Oct 08, 2025
04:01 pm

क्या है खबर?

अब तक ओलंपिक खेलों के इतिहास में चुनिंदा भारतीय पहलवान ही कुश्ती में पदक जीतने में सफल हुए हैं। पिछले साल हुए पेरिस ओलंपिक में भारत के अमन सहरावत भी इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हुए थे। उन्होंने 57 किलोग्राम भारवर्ग में हिस्सा लेते हुए कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था। अब खबर है कि सहरावत पर 1 साल का प्रतिबंध लगा है। आइए इस पूरे मामले को विस्तार से जानते हैं।

कारण 

विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में तय वर्ग से ज्यादा था सहरावत का वजन

क्रोएशिया में हुई विश्व कुश्ती चैंपियनशिप में वजन कम करने में नाकाम रहने के बाद उन्हें 1 साल के लिए निलंबित किया गया है। सहरावत को विश्व प्रतियोगिता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। पुरुषों की फ्रीस्टाइल 57 किग्रा वर्ग में उत्तरी मैसेडोनिया के व्लादिमीर एरोगोव के खिलाफ शुरुआती मुकाबले से पहले उनका वजन ज्यादा था। बता दें कि वजन मापने के समय उनका वजन स्वीकार्य सीमा से 1.7 किग्रा अधिक था।

मुश्किलें 

एशियाई खेलों में हिस्सा नहीं ले पाएंगे सहरावत

इस 1 साल के प्रतिबंध के बाद दिल्ली के लोकप्रिय छत्रसाल स्टेडियम में ट्रेनिंग करने वाले हरियाणा के इस पहलवान की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। दरअसल, 2 बार के जूनियर विश्व चैंपियन सहरावत अब अगले साल एशियाई खेलों में भाग नहीं ले पाएंगे। बता दें कि यह प्रतियोगिता 19 सितंबर से 4 अक्टूबर तक जापान में खेली जाएगी, जबकि सहरावत पर 22 सितंबर 2026 तक प्रतिबंध रहना है।

पेरिस ओलंपिक 

पेरिस ओलंपिक में सेमीफाइनल में हारे थे सहरावत 

सहरावत पेरिस ओलंपिक 2024 में अपना एकमात्र मुकाबला जापान के शीर्ष वरीय रेई हिगुची के खिलाफ हारे थे। यह सेमीफाइनल मुकाबला था। हिगुची ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अमन को मात दी थी। हिगुची ने रियो ओलंपिक में रजत पदक अपने नाम किया था। अमन ने राउंड ऑफ-16 में नॉर्थ मैसेडोनिया के व्लादिमीर एगोरोव और क्वार्टर फाइनल में अल्बानिया के जेलिमखान अबकारोव को हराया था। यह दोनों मुकाबले अमन ने तकनीकी श्रेष्ठता के आधार पर अपने नाम किए थे।

परिचय 

झज्जर के रहने वाले हैं अमन सहरावत

सहरावत हरियाणा के झज्जर के बिरोहर गांव के रहने वाले हैं। उनका जन्म साल 2003 में हुआ था। वह सिर्फ 11 साल के थे जब उन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया था। उनके दादा ने उनका पालन पोषण किया था। उन्होंने दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में कुश्ती के दांव पेंच सीखे हैं। यहीं से सुशील कुमार, योगेश्वर दत्त, रवि दहिया और बजरंग पूनिया जैसे स्टार पहलवान निकले हैं। बचपन में अमन के प्रेरणा सुशील ही थे।