द हंड्रेड: टूर्नामेंट से हटे डेविड वॉर्नर, मोइसेस हेनरिक्स और न्यूजीलैंड की महिला खिलाड़ी सोफी डिवाइन
क्या है खबर?
इंग्लैंड एंड वेल्श क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने पिछले साल ही एक नया प्रयोग करने की कोशिश की थी। उन्होंने अपने यहां 100 गेंदों के एक नए टूर्नामेंट द हंड्रेड की शुरुआत कराने की कोशिश की थी, लेकिन कोरोना महामारी ने उनके प्लान पर पानी फेर दिया था।
इस साल टूर्नामेंट का पहला सीजन खेला जाना है, लेकिन इससे पहले ही डेविड वॉर्नर, मोइसेस हेनरिक्स और न्यूजीलैंड की महिला क्रिकेटर सोफी डिवाइन ने खुद को टूर्नामेंट से हटा लिया है।
बयान
डेविड और मोइसेस जैसे खिलाड़ियों को खोना निराशाजनक- ECB
ECB ने ESPNcricinfo से कहा, "डेविड और मोइसेस जैसे खिलाड़ियों को खोना हमेशा निराशाजनक होता है, लेकिन कोविड के समय की वास्तविकता यही है कि कई विदेशी खिलाड़ी इसमें खुद को मुश्किल में पा रहे हैं।"
बयान में आगे बताया गया कि इन दो खिलाड़ियों के विकल्प खोजे जाएंगे और इस समर टूर्नामेंट का आयोजन किया जाएगा।
यह दूसरा मौका है जब वॉर्नर ने इस टूर्नामेंट से खुद को दूर किया है।
अन्य खिलाड़ी
टूर्नामेंट से हट सकते हैं चार और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया के सात और खिलाड़ी द हंड्रेड से कॉन्ट्रैक्ट ले चुके हैं। इनमें से ग्लेन मैक्सवेल, झाई रिचर्डसन, एडम जैंपा और आरोन फिंच का टूर्नामेंट में हिस्सा ले पाना मुश्किल लग रहा है। दरअसल इन खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया के वेस्टइंडीज दौरे के लिए चुना गया है।
नाथन-कूल्टर नाइल, क्रिस लिन और डार्सी शॉर्ट दौरे के लिए नहीं चुने गए हैं तो वे टूर्नामेंट में हिस्सा ले सकते हैं।
आंद्रे रसेल
रसेल भी मिस कर सकते हैं टूर्नामेंट का पहला हाफ
कैरेबियन स्टार आंद्रे रसेल भी टूर्नामेंट के ग्रुप स्टेज का पहला हाफ मिस कर सकते हैं। वेस्टइंडीज को ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज खेलनी है और इसी कारण रसेल टूर्नामेंट की शुरुआत मिस कर सकते हैं।
ऐसी उम्मीद की जा रही है कि रसेल शुरुआती दो-तीन मैच और नॉकआउट के लिए उपलब्ध रहेंगे। उनकी टीम उनके लिए अस्थायी विकल्प की तलाश कर सकती है।
नियम
यह हैं द हंड्रेड के नियम
इस टूर्नामेंट में दोनों पारियां 100 गेंदों की होंगी और हर 10 गेंद के बाद बल्लेबाजों का छोर चेंज होगा। गेंदबाज लगातार पांच या 10 गेंद फेंक सकते हैं और एक मैच में वे कुल 20 गेंदें फेंक सकते हैं।
शुरुआत में दोनों टीमों को 25 गेंदों का पावरप्ले मिलेगा। सभी टीमों को ढाई मिनट का स्ट्रेटजिक टाइमआउट दिया जाएगा। पावरप्ले के दौरान केवल दो खिलाड़ी 30 यार्ड के बाहर रहेंगे।