
इन कप्तानों के नेतृत्व में भारतीय टीम ने अजेय रहते हुए जीते एशिया कप के खिताब
क्या है खबर?
टी-20 प्रारूप में खेले गए एशिया कप 2025 का खिताब भारतीय क्रिकेट टीम ने अपने नाम किया। फाइनल में जीत के लिए मिले 147 रन के लक्ष्य को भारत ने तिलक वर्मा के अर्धशतक (69*) की बदौलत 5 विकेट खोकर 19.4 ओवर में हासिल किया। इस सीजन में भारतीय टीम ने कोई मैच नहीं हारा। इस बीच उन सीजन के बारे में जानते हैं, जिनमें भारतीय टीम ने अजेय रहते हुए खिताब जीता।
#1
महेंद्र सिंह धोनी (2016)
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में 2016 में खेले टी-20 एशिया कप में भारत ने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को हराया था। इसके बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान, श्रीलंका और UAE को हराते हुए फाइनल में जगह बनाई थी। खिताबी मुकाबले में भारत ने बांग्लादेश को 8 विकेट से हराया था। फाइनल में शिखर धवन ने 60 रन की पारी खेलते हुए जीत में योगदान दिया था। कप्तान धोनी ने संस्करण में 4 पारियों में 42 रन बनाए थे।
#2
रोहित शर्मा (2018)
रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने 2018 में वनडे एशिया कप को जीता था। फाइनल में भारत को बांग्लादेश को 3 विकेट से हराया था। ग्रुप-A में मौजूद रही भारतीय टीम ने पाकिस्तान और हांगकांग को हराते हुए सुपर-4 में प्रवेश किया था। वहीं, सुपर-4 में भारत ने बांग्लादेश और पाकिस्तान के खिलाफ मैच जीते, जबकि अफगानिस्तान के विरुद्ध मैच टाई खेला था। कप्तान रोहित ने 5 पारियों में 105.66 की औसत से 317 रन बनाए थे।
#3
सूर्यकुमार यादव (2025)
सूर्यकुमार की कप्तानी में ग्रुप-A में मौजूद भारत ने अपने पहले मैच में UAE क्रिकेट टीम को 9 विकेट से हराया था। इसके बाद पाकिस्तान के खिलाफ अपने मुकाबले में भारत ने 7 विकेट से जीत दर्ज की थी। सूर्यकुमार की अगुवाई वाली टीम ने अपने ग्रुप के आखिरी मैच में ओमान को शिकस्त दी थी। वहीं, सुपर-4 में भारत ने पाकिस्तान को 6 विकेट से, बांग्लादेश को 41 रन से, और श्रीलंका को सुपर ओवर में हराया था।
प्रदर्शन
सूर्यकुमार ने बल्ले से किया निराश
भले ही सूर्यकुमार की कप्तानी में भारत ने खिताब जीता हो, लेकिन वह बल्ले से कमाल नहीं कर सके। उन्होंने 6 पारियों में 18.00 की औसत और 101.40 की स्ट्राइक रेट के साथ 72 रन बनाए थे। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 47 रन रहा, जो उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ग्रुप स्टेज में बनाया था। फाइनल मैच में जीत के लिए मिले 147 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए सूर्यकुमार सिर्फ 1 रन बनाकर आउट हुए।